RATLAM. रतलाम जिले के आलोट विधानसभा के कांग्रेसी विधायक मनोज चावला पर लूट और अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज होने के बाद राजनीति गरमा गई है। रतलाम में कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री, झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया, राउ विधायक जीतू पटवारी, कालापीपल विधायक कुणाल चौधरी, सैलाना विधायक हर्ष गहलोत, पेटलावद विधायक वालसिंह मइडा, थांदला विधायक वीरसिंग भूरिया, अन्य नेता यहां पर पहुंचे और उन्होंने विरोध में कलेक्ट्रेट में धरना दिया और मनोज चावला पर हुई कार्रवाई का विरोध करते हुए प्रकरण निरस्त करने की मांग की विधायक जीतू पटवारी ने कलेक्टर को बुलाने की मांग की ओर नही आने पर धरना दे दिया। विधायक जीतू पटवारी की कलेक्टर से काफी नोकझोंक भी हुई। काफी देर हंगामा हुआ।
विधायक बुलाने गए तो बिगड़ गई बात
कांग्रेसी विधायक ज्ञापन देने के लिए करीब एक घंटे तक इंतजार के बाद विधायक चौधरी, गेहलोत व शहर कांग्रेस अध्यक्ष कटारिया कलेक्टर के चैंबर में गए और ज्ञापन के लिए बाहर आने की बात कही। कलेक्टर ने विधायकों से कहा कि जनप्रतिनिधि का सम्मान है, लेकिन बात सड़क पर नहीं चैंबर में बैठकर ही होगी। इस पर विधायक चौधरी बिफर गए और कहा कि आप सरकार की गुलामी कर रहे हैं, ऐसा कलेक्टर हमने नहीं देखा। बहस के दौरान कलेक्टर ने दो टूक कह दिया कि पालिटिकल माइलेज का मामला है। दरअसल आलोट विधानसभा में एक सोसाइटी में किसानों को समय पर यूरिया खाद नहीं मिल रहा था। सूचना पर आलोट विधायक मनोज चावला पहुंचे थे और उन्होंने शटर उठाकर किसानों को यूरिया खाद ले जाने का कहा था। इस मामले में कलेक्टर ने सख्त कार्रवाई करते हुए मनोज चावला पर लूट और अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिए थे मनोज चावला पर प्रकरण दर्ज होने के बाद कांग्रेस ने इसका किया। इस विरोध में यहां पर बड़ी संख्या में कांग्रेसी के वरिष्ठ नेता रतलाम पहुंचे और उन्होंने इस कार्यवाही का विरोध किया। प्रदेश के कई भागों में किसानों को यूरिया न मिलने की शिकायत आ रही है। जिसके कारण कांग्रेस प्रदेश सरकार पर हमला कर रही है।
शाजापुर में किसानों ने लगाया जाम
शाजापुर जिले में भी किसानों को यूरिया न मिलने की शिकायत आ रही है। इस समय रबी की फसल की बुवाई चल रही है जिसमें किसानों को खाद की जरुरत होती है जिसको लेकर वहां टंकी चौराहा स्थित सहकारी संस्था में खाद के लिए बड़ी संख्या में किसान पहुंच गए। गुरुवार की सुबह से आए किसान को पीओपी मशीन बंद होने से आज सुबह से ही किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि किसानों ने लंबी लाइन लगाकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे मानो किसान पर्ची लाइन में लगाकर बैंक से रुपए निकालने खाद वितरण केंद्र पहुंचे हैं। किसानों ने अपनी पावती रसीद को लाइन में लगाकर अपनी बारी का इंतजार किया लेकिन दोपहर हो जाने तक भी किसानों को खाद की बोरी नहीं मिल पाई जिसके बाद में किसानों का सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने टंकी चौराहा स्थित बेरछा रोड जाम कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला जैसे तैसे संभाला वहीं मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने किसानों को समझा दिया और इसके बाद में एक बार पुनः किसान लाइन में लगे। इस बार तहसीलदार द्वारा बताया गया कि पीओपी मशीन नहीं चलने के कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। वहीं किसानों के लिए अब खाद वितरण के लिए ऑफलाइन तरीका निकाला गया है। वहीं किसानों का कहना था कि वहां 4 से 5 दिनों से खाद के लिए परेशान हो रहे हैं। देश के अन्नदाता को यदि समय पर खाद नहीं मिल पाएगी तो वहां अपनी फसल किस प्रकार उगाएगा।
( रतलाम से आमीन हुसैन और शाजापुर से सैय्यद आफताब अली की रिपोर्ट)