अविनाश तिवारी, REWA. जिले के मोहनिया घाटी में बने सुरंग के खुलने का लोग बड़ी ही बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। लेकिन अब इंतजार की घड़ियां समाप्त होती दिखाई दे रही हैं। जिले के गुढ़ स्थित बदवार के मोहनिया घाटी को बीच से काटकर आवागमन को सुगम बनाने के लिए दो सुरंग बनाए गई थी, जिसमें 6 लेंन सड़क का निर्माण कराया गया। आवागमन के लिए दोनों सुरंग 3-3 लेंन की बनाई गई है। इस टनल को मोहनिया पहाड़ की घुमावदार 10 किलोमीटर की सड़क को कम करने के लिए तैयार किया गया है। बताया जा रहा है की झांसी-रांची नेशनल हाईवे 39 स्थित मोहनिया घाटी सड़क में सुरंग के प्रोजेक्ट का काम अंतिम चरण में है तथा यह टनल एमपी की सबसे लंबी सिक्स लेन सड़क की पहाड़ी सुरंग होगी जिसमें निर्माण कार्य पूरा होने के बाद झांसी से रांची तक जाने वाले वाहन चालकों को राहत मिलेगी। वहीं लोगो को इससे मोहनिया घाटी के घुमावदार मोड़ व हादसों से भी निजात मिल जाएगी। इसके अलावा इस टनल के शुरू हो जाने से रीवा सीधी की दूरी भी 7 किलोमीटर की कम हो जाएगी।
रीवा के गुढ़ में बनकर तैयार है मोहनिया टनल जल्द होगा लोकार्पण
रीवा सीधी की आम जनता को जल्द ही मोहनिया घाटी में सुरंग की सौगात मिलने वाली है। वह इसलिए क्योंकि राष्ट्रीय राजमार्ग 39 में रीवा सीधी सीमा पर निर्माणाधीन मोहनिया टनल का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है जिसके बाद सुरंग की फिनिशिंग का कार्य पूर्ण करने के बाद टनल के लोकार्पण का कार्यक्रम तय करने की तैयारियां भी तेज हो गई है जिससे लोगों को बड़ी टनल की सौगात मिल जाएगी। इस टनल के लोकार्पण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी समेत प्रदेश के मुखिया सीएम शिवराज की आने की संभावना जताई जा रही है।
समय से पहले पूरा हुआ प्रोजेक्ट
दरअसल टनल का निर्माण कार्य 3 महीने पहले ही समाप्त हो चुका है लेकिन फिनिशिंग और सीसीटीवी कैमरा लगाने सहित छोटे कार्य भी बचे हुए थे, जिसको अभी पूर्ण किया जा रहा है। इस टनल के शुरू होने के बाद सीधी से रीवा की दूरी तकरीबन 7 किलोमीटर कम हो जाएगी। इसके अलावा वाहनों को मोहनिया घाटी के घुमावदार और खतरनाक चढ़ाई चढ़ने से भी लोगो को राहत मिलेगी। वाहनों के लिए घाटी से गुजरते हुए अभी 30 मिनट का समय लगता है टनल से 5 मिनट में ही मोहनिया पहाड़ की दूरी लोग तय कर सकेंगे। अभी सीधी से रीवा की दूरी 82 किलोमीटर है लेकिन टनल के शुरू हो जाने के बाद यह दूरी केवल 75 किलोमीटर की हो जाएगी सीधी रीवा टू लेन सड़क प्रोजेक्ट में मोहनिया टनल के पूर्ण होने का समय मार्च 2023 निर्धारित था लेकिन निर्माण एजेंसी ने पहले ही इस प्रोजेक्ट को पूर्ण करने का लक्ष्य हासिल कर लिया है।
ये सुविधाएं मिलेंगी
बताया जा रहा है कि टनल निर्माण के बाद फिनिसिंग का कार्य काफी तेजी के साथ पूर्ण किया जा रहा है तथा टनल के अंदर सीसीटीवी कैमरे पंखे और फायर कंट्रोल सिस्टम लगाए गए हैं साथ ही टनल के अंदर अत्यधुनिक लाइटिंग भी लगाई गई है। इसके अलावा टनल के अंदर एलाउंसमेंट की सुविधा होने के साथ-साथ आपातकालीन स्थिति में संपर्क करने के लिए कॉलिंग की सुविधा भी दी गई है। बाकी के बचे कार्यों में ढाई से 3 महीने का समय लगने की उम्मीद जताई जा रही है टनल के दोनों और एप्रोच रोड का निर्माण भी पूरा कर दिया गया है जिससे अब कभी भी इसका लोकार्पण कराया जा सकता है क्योंकि आम जनमानस को भी इस टनल के शुरू होने का बेसब्री से इंतजार है।
मोहनिया टनल प्रोजेक्ट की लागत 1004 करोड रुपए है यहां 3 लेन की दो टनल है एक टनल की चौड़ाई साढ़े 13 मीटर है, जहां एक टनल में से एक तरफ से तीन वाहन एक साथ गुजर सकते हैं। दोनों टनल के बीच 7 स्थानों पर इंटर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इससे टनल के अंदर जाने के बाद वाहन बीच से वापस लौट सकेंगे दोनों टनल की लंबाई 2.39 मीटर है। इस वजह से शासन द्वारा इसे बहु उपयोगी बनाने के लिए खास इंतजाम करने का निर्णय लिया गया था। मोहनिया टनल के अंदर आकर्षण लाइट्स समेत अन्य सुविधाएं मौजूद होंगी जिससे इसका लुक बखूबी पर्यटक भी ले सकेंगे।
आने वाले समय मे पर्यटकों के लिए रीवा से सीधी याने 82 किलोमीटर तक का सफर काफी रोमांच भरा होगा। रीवा से 30 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद जब पर्यटक गुढ के बदवार पहुंचेगे, तब चंद किलोमीटर पहले ही उन्हें खाली पड़े हजारों हेक्टेयरपहाड़ी जमीन पर समुंदर के पानी की तरह लहराती हुई सोलरपैनल्स दिखाई देंगी। यह कोई और स्थान नही बल्कि एशिया का सबसे बड़ा वही अल्ट्रा मेगा सौर ऊर्जा पॉवर प्लांट है जिसका उद्घाटन 2 वर्ष पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। और इसी सौर ऊर्जा पॉवर स्टेशन से बिजली का उत्पादन कर दिल्ली मेट्रो के लिए सप्लाई की जाती है।
टनल का लोकार्पण प्रधानमंत्री करेंगे
पूर्व मंत्री ने कहा की टनल का निर्माण बहुत ही तेज गति से किया गया है। जिसके कारण समय अवधि से 6 माह पहले ही पूर्ण रूप से बनकर यह तैयार हो जाएगी। केवल टनल में ही लगभग 1004 करोड़ खर्च हुए है। लोग मुम्बई पुणे हाइवे को भूलकर नेशनल हाइवे 39 की विशेषता पर आगे बात करेंगे। क्योंकि इस टनल से गुजरने वाले लोग नदी पहाड रेलवे का लुफ्त भी उठा सकेंगे। इस टनल का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और सीएम शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में होने की संभावना जताई जा रही है।