indore.शहर की स्वर्णबाग कॉलोनी में तड़के लगी आग की लपटें अब किसी साजिश की तरफ इशारा कर रही हैं। पुलिस को ऐसे सबूत मिले हैं जिससे प्राथमिक तौर पर लग रहा है कि आग गाड़ी में लगाना थी और लग गई इमारत में। बहरहाल, सात मृतकों में पति-पत्नी भी शामिल थे जिनकी शव यात्रा साथ-साथ निकली। बैतूल के दो दोस्तों ने भी साथ में दम तोड़ा।
आग की जांच में जुटी पुलिस ने जब आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो कहानी में नया मोड़ दिखा। एक युवक हाथ में पेट्रोल की कैन लिए एक गाड़ी में आग लगाता नजर आ रहा है । लग रहा है कि वो किसी से रंजिश निकालने के लिए कोई गाड़ी जलाने आया था लेकिन आग ने पूरी इमारत को घेर लिया। युवक दो बार मौके पर आया। आग लगाने के लिए और आग लगाने के बाद। हालांकि ये सारे तथ्य प्राथमिक हैं, लेकिन जांच का हिस्सा हैं।
मृतकों में पति-पत्नी भी
आग में मरने वालों में ईश्वर सिसौदिया और उनकी पत्नी नीता सिसौदिया भी शामिल हैं । जिस इमारत में दोनों जले उसके सामने ही इनका मकान बन रहा था और निगरानी के लिए छह महीने पहले ही इस इमारत में रहने आए थे। दोनों की शादी को आठ साल पहले हुई थी। दोपहर में दोनों का शव घर पहुंचा और फिर साथ-साथ शवयात्रा निकाली गई। पुलिस के मुताबिक दोनों की मौत दम घुटने से हुई। इनके अलावा गौरव की मृत्यु भी दम घुटने से हुई है, जबकि आशीष, आकांक्षा और दो अन्य की मौत जलने के कारण हुई। नौ घायलों का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। इनसे मिलने मंत्री तुलसी सिलावट के अलावा कलेक्टर मनीष सिंह भी पहुंचे। कलेक्टर ने कहा कि जहां इमारत बनी थी वो पूरी कॉलोनी अवैध है, इसकी जांच की जाएगी।
बहन को छोड़ने आया था, मौत ले गई
मृतकों में बैतूल निवासी देवेंद्र साल्वे भी है। वो अपनी बहन को इंदौर के बास्केट बॉल काम्प्लेक्स मे चल रहे टुर्नामेंट के लिए छोड़ने आया था। रात में बैतूल के ही रहने वाले दोस्त गौरव के साथ इसी इमारत में रुक गया। रात में हुई घटना में दोनों की मौत हो गई। एक अन्य मृतक देवास निवासी आशीष राठौर है।