Jabalpur. न्यू लाइफ मल्टी स्पेशिलिटी अस्पताल में हुए अग्निकांड के बाद शहर के निजी अस्पतालों पर बैठाई गई जांच में कई खुलासे हो चुके हैं। चिकित्सकों की टीम ने अब तक 100 से ज्यादा अस्पतालों की जांच कर रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी है। बुधवार को भी जांच में करीब 20 अस्पतालों की रिपोर्ट सौंपी गई। अब तक की जांच में कुछ निजी अस्पताल संदेह के घेरे में आए हैं, जहां फायर एनओसी समेत कई अन्य कमियां सामने आई हैं।
इन अस्पतालों में शीतल छाया अस्पताल मालवीय चौक, जीवन ज्योति अस्पताल अधारताल, डॉ एसएन बोस अस्पताल नर्मदा रोड, शिवसागर अस्पताल एमआर-4, नर्मदा अस्पताल एमआर-4, सामर्थ्य श्री अस्पताल उखरी और मुस्कान हेल्थकेयर अस्पताल जयनगर शामिल बताए जा रहे हैं। सीएमएचओ डॉ. संजय मिश्रा के अनुसार जो अस्पताल संदेह के घेरे में हैं, वहां एक बार फिर जांच टीम भेजकर इलेक्ट्रिकल ऑडिट और फायर ऑडिट कराया जाएगा। ऑडिट के पश्चात रिपोर्ट आने के बाद ही इन अस्पतालों पर कार्रवाई की जाएगी।
इधर डॉक्टरों और तत्कालीन सीएमएचओ कुररिया के बयान दर्ज
न्यू लाइफ मल्टी स्पेशिलिटी अस्पताल अग्निकांड के मामले की जांच कमिश्नर की अध्यक्षता में 4 सदस्यीय कमेटी को सौंपी गई है। जो कि हादसे के बाद से ही विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है। लगातार घटनाक्रम से जुड़े व्यक्तियों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। वहीं जांच टीम ने अस्पताल की मान्यता देने के लिए होने वाली प्रक्रिया को भी जांच के दायरे में ले लिया है । जिसके चलते तत्कालीन सीएमएचओ और डॉक्टरों के बयान दर्ज कराए गए हैं। इस भीषण अग्निकांड में 8 लोगों की मौत हो गई थी वहीं 5 लोग घायल हुए थे।
कटनी में भी 4 निजी अस्पताल आए निशाने पर
उधर कटनी जिले में भी संचालित निजी अस्पतालों की जांच जारी है। टीम को कटनी शहर में 4 ऐसे निजी अस्पताल मिले जिनमें गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद जिला प्रशासन ने विजय मेमोरियल हॉस्पिटल बस स्टैंड, रंजन हॉस्पिटल नई बस्ती, नवजीवन हॉस्पिटल फैक्ट्री रोड, रूपा लालवानी हॉस्पिटल नई बस्ती में मरीजों को भर्ती कराए जाने पर रोक लगा दी है। साथ ही अस्पताल संचालकों को 10 दिन के भीतर कमियों को दूर करने को कहा गया है।