244 करोड़ के ग्रीन बांड के बदले 720.75 करोड़ की बोली आई, आम निवेशक को लॉटरी के जरिए, इंस्टीट्यूट को रेशो में मिलेंगे बांड

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The Sootr
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244  करोड़ के ग्रीन बांड के बदले 720.75 करोड़ की बोली आई, आम निवेशक को लॉटरी के जरिए, इंस्टीट्यूट को रेशो में मिलेंगे बांड

संजय गुप्ता, INDORE. देश के पहले ग्रीन बांड को जारी करने वाले नगर निगम इंदौर को शेयर बाजार से निवेशकों का जमकर भरोसा मिला है। कुल 244 करोड़ के बांड के लिए 10 से 14 फरवरी के बीच 720.75 करोड़ की बोली आई है, जो बांड का 2.95 गुना है। सबसे ज्यादा बोली इंस्टीट्यूशनल सेक्टर में आई है। अब सभी निवेशकों को लग रहा है कि इतनी बोली के बीच उन्हें किस तरह से यह बांड हासिल हो पाएगा। सीए संतोष मुछाल ने बताया कि सबसे बड़ी बात है इन बांड में पूरे देश से आवेदन आए हैं, जिसमें मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता के साथ हैदराबाद, सूरत, बडौदा, अहमदाबाद व अन्य शहरों के भी निवेशक शामिल है। यह देश भर में नगर निगम इंदौर की साख को बताता है। आने वाले बड़े प्रोजेक्ट के लिए निगम के लिए एक रास्ता खुला है। यह बांड़ अब 22 फरवरी या उसके बाद शेयर बाजार में लिस्टेड होगा, जिसके बाद आम निवेशकों द्वारा इसकी खरीदी-बिक्री हो सकेगी औऱ् तब इसके भाव बाजार तय करेगा, हालांकि आम निवेशकों को इसमें सालाना 8.44 फीसदी का ब्याज तय किया गया है, इतना तो उन्हें मिलेगा ही। 



लाटरी सिस्टम है आम निवेशकों के लिए



शेयर बाजार के जानकार तेजपाल सिंह सलूजा कहते हैं कि एचएनआई (जो दो से दस लाख तक के बांड खरीद सकते थे ऐसे रजिस्टर्ड निवेशक) और रिटेल ( दो दस हजार से दो लाख तक के बांड ले सकते थे) सेक्टर के लिए लॉटरी सिस्टम ही उपयोग में लाया जाता है। इसमें नगर निगम का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा और एक तय क्रम में लॉटरी के जरिए यह बांड आवंटित होंगे। लाटरी इस तरह भी हो सकती है कि हर तीसरे, पांचवे नंबर को अलाट किया जाए, तब जिस क्रम में जिसका आवेदन आया था, उसे देखते हुए बांड आवंटित हो सकते हैं।



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इंस्टीट्यूशनल और कॉर्पोरेट सेक्टर के लिए यह होगा



वहीं इंस्टीट्शनल और कॉर्पोरेट सेक्टर के लिए रेशो आधार पर यह चलता है। इसमें उस सेक्टर में जितने गुना अधिक बोली आई है, और सामने वाले ने जितने बांड मांगे है, उसका अनुपात निकालकर उसे आवंटित कर दिए जाएंगे। 



किस सेक्टर में कितनी आई बोली




  • इंस्टीट्यूल- 61 करोड की राशि के बांड के बदले 229.35 करोड़ की बोली आई है


  • कॉर्पोरेट- इसमें 61 करोड की राशि के बदले 204.57 करोड की बोली आई है

  • एचएनआई- इसमें 61 करोड की राशि के बदले 110.50 करोड की बोली आई

  • रिटेल- वहीं इसमें 61 करोड़ की राशि के बदले 176.33 करोड की बोली आई



  • आम निवेशकों का मैदान में आना, सबसे बड़ा भरोसा



    इस बांड के लिए देखा गया है कि आम निवेशक (जो दस हजार से दो लाख तक का ही निवेश कर सकते थे), को इस पर काफी भरोसा था। करीब 2.89 गुना अधिक राशि उन्होंने अपने लिए अलग रखे गए 61 करोड के बांड के बदले निवेश का भरोसा जताया। कुल 176.33 करोड़ की बोली उनके द्वारा लगाई गई। 13 व 14 फरवरी को इसी सेक्टर में सबसे ज्यादा निवेश ऑफर आए, जबकि इंस्टीट्शनल सेक्टर ने पहले दिन 10 फरवरी को ही पूरा निवेश लगा दिया था, वहीं कॉर्पोरेट सेक्टर भी पहले दिन के बाद दो दिन ना के बराबर ही रहा, यह दोनों दिन आम निवेशक ही थे जो सक्रिय थे। 



    इस राशि से लगेगा सोलर प्लांट



    इस राशि का उपयोग निगम द्वार जलूद वाटर पंप पर सोलर प्लांट लागने में किया जाएगा, जिसकी क्षमता 60 मेगावाट होगी। इससे निगम को हर साल बिजली बिल में होने वाले खर्चे में बड़ी राहत मिलेगी। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस बांड के लिए इंदौर निगम महापौर पुष्यमित्र भार्गव, निगमायुक्त प्रतिभा पाल की भी तारीफ की है।


    महापौर पुष्यमित्र भार्गव इंदौर नगर निगम का ग्रीन बांड देश का सबसे स्वच्छ शहर Mayor Pushyamitra Bhargava मध्यप्रदेश का पहला ग्रीन बांड इंदौर नगर निगम Indore Municipal Corporation green bond Indore Municipal Corporation country cleanest city Madhya Pradesh first green bond