SHAHDOL. मध्यप्रदेश में आदिवासियों के धर्मांतरण का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है। आदिवासी बाहुल्य जिले शहडोल में ईसाई धर्म के लोगों द्वारा आदिवासियों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। इस मामले का खुलासा कुछ लोगों और जैतपुर थाने की पुलिस की मदद से हुआ। इसमें पुलिस ने एक पास्टर शंकर समेत आठ लोगों को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
कराया जा रहा था सामूहिक धर्मांतरण
जानकारी के मुताबिक जैतपुर थाना क्षेत्र के डोंगरी टोला में धर्मांतरण की सूचना एक समाजसेवी को मिली। सिधिहा सिंह गोंड़ के मकान में आदिवासियों को इकट्ठा कर उनका सामूहिक धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की जा रही थी। इसी दौरान धर्मांतरण के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली समाज सेविका सुनैना सिह सैय्याम मौके पर पहुंची और धर्मांतरण करा रहे कथित पास्टर शंकर समेत 8 लोगों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
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पास्टर का वीडियो वायरल
धर्मांतरण करा रहे पास्टर का वीडियो भी सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। फिलहाल पुलिस सभी कथित आरोपियों को थाने ले जाकर उनसे पूछताछ कर रही है। इससे पहले भी शहडोल संभाग में धर्मांतरण के मामले सामने आए थे। बताते हैं कि आदिवासियों को लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जाता है। हालांकि इस मामले में विस्तार से जांच के बाद साफ तौर से कुछ कहा जा सकता है।
पूछताछ के बाद होगी कार्रवाई
इस पूरे मामले में थाना प्राभारी भानू सिंह का कहना है कि धर्मांतरण कराने का एक मामला आया है। कुछ लोग मामले की जानकरी दी थी। 8 लोगों से पूछताछ की जा रही है। मामले की जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
चार महीने पहले भोपाल में भी सामने आया था ऐसा मामला
भोपाल के रातीबड़ इलाके के ग्राम केकडिया में आदिवासियों को लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव बनाने का मामला सामने आया था। जिसमें पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इसके बाद ग्राम पंचायत सरपंच की शिकायत पर एफआईआर हुई थी। हिंदू टाइगर फोर्स के सदस्यों के साथ ईसाई धर्म प्रचारकों की झूमाझटकी भी हुई थी। बताया गया था ग्राम केकडिया आदिवासी बहूल गांव है। यहां ईसाई धर्म प्रचारक लंबे समय से आदिवासियों को लालच देकर धर्म परिवर्तन करा रहे हैं। इसी के तहत करीब चार महीने पहले रविवार रात में सूचना मिली कि गांव के हीरालाल जामोद के घर में बड़ी संख्या में आदिवासियों को बुलाया गया था।
इसी दौरान हिंदू टाइगर फोर्स के सदस्य, गांव के सरपंच के साथ हीरालाल के ठिकाने पर पहुंचे। दावा किया था कि हीरालाल के ठिकाने पर 40 से 50 लोग प्रार्थना करके हिंदू धर्म के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करते मिले थे। विरोध करने पर सभी लोग झूमाझटकी करने लगे थे। इसके बाद पुलिस बुलाई गई। हीरालाल भी धर्मपरिवर्तन कर चुका है। वह खुद को पॉस्टर बताता है। वह ही आदिवासियों को लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए उकसाता है। पुलिस ने जांच के बाद हीरालाल समेत तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।