Jabalpur. मेडिकल कॉलेज के बाहर नियम विरूद्ध एंबुलेंस संचालकों के खिलाफ आरटीओ की कार्रवाई के दौरान अफरा-तफरी का माहौल देखा गया। आरटीओ संतोष पाल ने जैसे ही एंबुलेंस की जांच शुरू की तो कई एंबुलेंस चालक वाहन छोड़कर भाग निकले। इस दौरान बिना ऑक्सीजन सिलेंडर और आवश्यक उपकरणों के बगैर चलाई जा रही 9 एंबुलेंस को जब्त कर लिया गया।
बाहरी एंबुलेंस का रहता है डेरा
मेडिकल अस्पताल में निजी एंबुलेंस संचालक गुट बनाकर भोलेभाले मरीजों को ठगने के गोरखधंधे में लगे रहते हैं। इस बात की शिकायत मेडिकल प्रबंधन को भी लगातार मिल रही थीं। बीते दिनों एंबुलेंस संचालकों ने एक व्यक्ति पर हमला कर दिया था। इस दौरान उसके साथ आए परिजन की मौत भी हो गई थी। जिसके बाद पुलिस, प्रशासन और आरटीओ ने सख्त कार्रवाई का मन बना लिया था।
नियम विरूद्ध हो रहा था संचालन
आरटीओ संतोष पाल ने बताया कि मेडिकल के बाहर एंबुलेंसों की जांच की गई। कई एंबुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर नदारद मिले तो अधिकतर में नेबोलाइजर ही नहीं था। वहीं अधिकांश का फिटनेस खत्म हो चुका था। ऐसी 9 एंबुलेंस को जब्त किया गया है।
मेडिकल परिसर में नहीं लगेगा एंबुलेंस का डेरा
मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब कैजुअल्टी के आसपास निजी एंबुलेंस खड़ी नहीं हो पाऐंगी। इनकी धमाचौकड़ी रोकने अस्पताल प्रबंधन ने तिलवारा रोड से प्रवेश मार्ग पर बैरिकेड लगा दिए हैं। अब एंबुलेंस मेडिकल के प्रवेश द्वार की ओर से परिसर में प्रवेश दिया जा रहा है। नई व्यवस्था में एंबुलेंस मरीज को लेकर या छोड़कर तुरंत रवाना होंगी।