UJJAIN. उज्जैन में टाटा कंपनी शहर में सीवरेज पाइप लाइन डाल रही है। इसके लिये कंपनी कर्मचारियों के खोदे गए गड्ढे में डूबने से बच्चे की मौत हुई थी। महाकाल पुलिस ने 3 महीने बाद टाटा के प्रबंधक और ठेकेदार के खिलाफ केस दर्ज किया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस ने दी जानकारी
टीआई मुनेन्द्र गौतम ने बताया कि इंदौर की भूखी माता मंदिर और शंकराचार्य चौराहे के बीच सीवरेज पाइप लाइन के लिए टाटा कंपनी ने गड्ढ़ा खोदा था, जिसमें डूबने से अभिषेक पंवार 7 साल पिता पप्पू पारदी की मौत हो गई थी। मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू की गई जिसमें पता चला कि टाटा कंपनी के प्रबंधक के गड्ढे खोदने का ठेका सांईकृपा कंपनी के ठेकेदार को दिया था। उसने गहरा गड्ढा खोदने के बाद लापरवाही पूर्वक खुला छोड़ दिया था। इससे हादसा हुआ।
लापरवाही से गई बच्चे की जान
टीआई गौतम के मुताबिक कंपनी ने गड्ढा खोदा उसके बाद उसे बगैर ढके ही खुला छोड़ दिया। कंपनी के ठेकेदार ने खोदे गए गड्ढे के आस-पास कोई संकेतक नहीं लगाए थे। अभिषेक पंवार इंदौर से रिश्तेदारी में उज्जैन आया था और खेलते समय गहरे गड्ढे में जा गिरा जिससे उसकी मौत हुई। मामले में टाटा कंपनी के प्रबंधक और सांईकृपा के ठेकेदार पर धारा 304 के तहत केस दर्ज किया है और आगे की जांच शुरू कर दी है।
जांच के बाद की जाएगी कार्रवाई
टीआई मुनेंद्र गौतम ने कहा कि कंपनी की लापरवाही से मासूम बच्चे की जान चली गई। मामले की जांच की जा रही है, जांच के बाद जो सच सामना आएगा उसके अनुसार लापरवाह लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा। आगे टीआई ने कहा कि कंपनी को अल्टीमेटम दिया है कि इसी तरीके से काम नहीं किया जाए,नहीं तो कड़ी कार्रवाई की जाए।