राहुल तिवारी, Jaisinghnagar. शहडोल के जयसिंहनगर में एक बार फिर हाथियों (Elephantes) की वापसी के साथ उनके उत्पात की शुरुआत हो चुकी है। यह दल जंगल से लगे आसपास गांव में उत्पात मचा रहा है। हाथियों के झुंड ने ग्राम कोठिगढ़ और ग्राम नंदना में 19 मई को रात्रि लगभग 12 बजे मौत का तांडव किया। ग्राम नंदन (Nandan) के निवासी द्रोपदी पति रामकरण सिंह उम्र 40 वर्षी महिला को हाथियों के झुंड ने देर रात घर के प्रांगण में घुसकर कुचल दिया। वहीं आसपास सो रहे परिजनों के चीख-चिल्लाहट के बाद हाथियों का झुंड जंगल की तरफ चला गया। वहीं परिजन महिला को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जयसिंहनगर ले गए। यहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
इलाके में अलर्ट जारी
पुलिस के अनुसार द्रोपती सिंह पत्नी रामकरण सिंह 40 साल की हाथियों के कुचलने से मौत हुई है। रात में महिला अपने स्वजनों के साथ घर में सोई थी उसी समय अचानक हाथियों का दल घर में प्रवेश किया और कुचलते हुए निकल गया। 19 मई की सुबह भी गांव के आसपास ही हाथियों का दल घूम रहा है। वन विभाग और पुलिस का अमला नजर रखे हुए है। रात में ही पुलिस और वन विभाग का मामला ढोकननारा गांव पहुंच गया था। महिला को गंभीर हालत में जयसिंहनगर के सरकारी अस्पताल में लाया गया। पहुंचते ही डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है। अधिकारियों के मुताबिक, ये हाथी छत्तीसगढ़ से भटककर मध्य प्रदेश पहुंच गए थे। यह वापस लौट रहे थे, उसी दौरान यह घटना हुई। उन्होंने बताया कि इलाके में अलर्ट जारी कर दिया गया है और झुंड की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। मालूम हो कि अप्रैल में सात हाथियों का एक झुंड छत्तीसगढ़ से शहडोल में घुसा था और पांच लोगों की जान ले ली थी।
अब तक 6 मौतें हो चुकी
मालूम हो कि एक माह पहले भी जयसिंहनगर क्षेत्र में 9 हाथियों का दल आया था और लगभग 20 दिन तक उत्पात मचाने के साथ 5 लोगों को कुचल दिया था, जिनकी मौत हो गई। मृतकों में 3 महिलाएं और 2 पुरुष शामिल थे। एक महिला की गुरुवार की रात को मौत हो गई। 2 महीने के भीतर हाथियों के कुचलने से 6 मौतें हो चुकी हैं।