BHOPAL. भारतीय डिशेज में चाट-फुल्की की बात कुछ अलग है। इसके सोचनेभर से मुंह में पानी आ जाता है। चाट-फुल्की के ठेलों पर खासी भीड़ होती है। आज हम चाट-फुल्की की जिक्र एक खास बात के लिए कर रहे हैं। भोपाल के कोलार इलाके में दानिश कुंज में रहने वाले अंचल गुप्ता कुछ अलग हैं। अंचल की फुल्की की दुकान है। 17 अगस्त को वे एक लाख एक हजार फुल्की फ्री में खिला रहे हैं। मौका है उनकी बेटी के पहले जन्मदिन का। अंचल का एक बेटा भी है। पिछले साल यानी 2021 में ही उन्हें बेटी (अनोखी) हुई थी। अब अनोखी एक साल की हो गई है। पिछले साल अंचल ने मुफ्त में 50 हजार फुल्की खिलाई थी।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का संदेश
अंचल बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ को लेकर काफी मुखर हैं। उन्होंने अपनी गाड़ी (कार, स्कूटर और ठेले) पर बाकायदा ये संदेश लिखा रखा है। साथ ही ये भी लिखाया है कि बेटी नहीं बचाओगे तो बहू कहां से लाओगे। अंचल बताते हैं कि वे 22 साल से फुल्की बेच रहे हैं। मूलत: वे सागर के रहने वाले हैं। भोपाल में फुल्की की दुकान लगाते हुए उन्हें 15 साल हो चुके हैं।
साफ-सफाई को लेकर सजग, प्याज का इस्तेमाल नहीं करते
अंचल बिना प्याज की फुल्की खिलाते हैं। साफ सफाई का विशेष ध्यान रखते हैं। पीने से पानी के लिए उन्होंने एक छोटे से आरओ की व्यवस्था कर रखी है। बातचीत में अंचल बेहद विनम्र हैं। कस्टमर को फुल्की खिलाने के बाद- और आइएगा- ये कहना नहीं भूलते।
एक लाख फुल्की खिलाने की खास तैयारी
अंचल ने बताया कि एक लाख फुल्की के लिए 21 स्टॉल लगाए गए हैं। पहले 31 स्टॉल लगाने की तैयारी थी, लेकिन जगह को देखते हुए 10 स्टॉल कम कर दिए। हालांकि, एक लाख फुल्की खिलाने को अंचल काफी चुनौतीपूर्ण मानते हैं। कहते हैं कि इतनी फुल्की करीब 3 महीने में खिला पाते हैं।