PANNA. मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती ने भीषण गरीबी में गुजारा करने वाले एक आदिवासी परिवार को मालामाल कर दिया है। पन्ना शहर से लगे पुरुषोत्तमपुर गांव की आदिवासी महिला गेंदाबाई (50) को जंगल में 4.39 कैरेट वजन वाला जेम क्वालिटी का बेशकीमती हीरा पड़ा मिला। जिसे महिला ने अपने पति परमलाल के साथ पन्ना आकर कलेक्ट्रेट स्थित हीरा कार्यालय में 27 जुलाई को जमा कराया है। हीरा मिलने से अत्यधिक प्रसन्न गेंदाबाई ने बताया कि तीन-चार दिन पूर्व वह लकड़ी लेने के लिए पुखरी के जंगल गई थी। वहीं जंगल के रास्ते में मुझे चमकती चीज दिखाई दी, जिसे उठाकर मैं घर ले आई थी। हमने कभी हीरा देखा नहीं था, इसलिए कांच का टुकड़ा समझकर घर में ही रख दिया। आज मेरे पति परमलाल ने कहा कि पन्ना चलकर साहब को इसे दिखाते हैं और हम दोनों पन्ना आ गए। यहां हीरा ऑफिस में जब इसे दिखाया, तो पता चला कि यह कांच का टुकड़ा नहीं हीरा है। यह जानकर गेंदाबाई की खुशी का ठिकाना नहीं है। वह कहती है कि बेटियों की शादी अब वह धूमधाम से करेगी।
आठ बच्चों की मां है गेंदाबाई
50 वर्षीय गेंदबाई के 8 बच्चे हैं। सबसे बड़ा 35 साल का बेटा है जिसकी शादी हो चुकी है, उसके भी बच्चे हैं। पति परमलाल जहां काम मिल गया वहां मजदूरी करता है। इतने बड़े परिवार का इस महंगाई में बड़ी मुश्किल से गुजारा होता है। गेंदा बाई ने बताया कि चूल्हा जलाने के लिए वह लकड़ी लेने जंगल गई थी, और ऊपर वाले ने उनकी सुन ली। अब सारी तकलीफें दूर हो जाएंगी।
पूछे गए सवाल के जवाब में गेंदा बाई ने बताया कि उसके छह बेटे और दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी 20 साल की है, जिसकी शादी करना है। पैसा ना होने के कारण शादी नहीं कर पा रहे थे। लेकिन अब दोनों बेटियों की अच्छे से शादी करेंगे। छोटी बेटी क्रांति अभी 15 साल की है। परमलाल ने बताया कि इसके पहले उन्होंने कभी हीरा नहीं देखा था, पहली बार हीरा हाथ से छू कर देखा है।
इस हीरे की होगी नीलामी
हीरा कार्यालय पन्ना के हीरा पारखी अनुपम सिंह ने बताया कि ग्राम पुरुषोत्तमपुर निवासी गेंदाबाई को जंगल में यह हीरा पड़ा मिला है। जिसे उन्होंने आज जमा कराया है। जेम क्वालिटी का यह हीरा 4.39 कैरेट वजन का है, जिसकी कीमत लाखों में है। जानकारों का यह कहना है कि यह हीरा अच्छी क्वालिटी का है, इसलिए नीलामी में इस हीरे की अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद है। इसकी अनुमानित कीमत 10 लाख रुपये से भी अधिक आंकी जा रही है। हीरा अधिकारी रवि पटेल ने बताया कि इस हीरे को आगामी होने वाली नीलामी में बिक्री के लिए रखा जाएगा। इसकी बिक्री से जो राशि प्राप्त होगी, उसमें से शासन की रॉयल्टी काटने के बाद शेष पूरी राशि हीरा धारक गेंदाबाई को प्रदान की जाएगी।