प्रज्ञा ठाकुर से सेक्सटॉर्शन केस, ब्लैकमेलरों ने बताया कैसे साजिश को दिया अंजाम

author-image
Aashish Vishwakarma
एडिट
New Update
प्रज्ञा ठाकुर से सेक्सटॉर्शन केस, ब्लैकमेलरों ने बताया कैसे साजिश को दिया अंजाम

भोपाल. सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से सेक्सटॉर्शन मांगने वाले दोनों आरोपी वजीश (21) और रवीन (23) को पुलिस भोपाल ले आई है। आरोपियों ने पुलिस की कस्टडी में कई राज उगले हुए हैं। दोनों भाई आठवीं और दसवीं पास है। इसके बाद भी वह बेहद शातिर तरीके से सेक्सटॉर्शन की वारदात को अंजाम दे रहे थे। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्हें जानकारी नहीं थी कि प्रज्ञा ठाकुर कौन है? 14 फरवरी को पुलिस ने दोनों को राजस्थान के भरतपुर जिले से गिरफ्तार किया था। इसके बाद आरोपियों को भोपाल लाया गया।





पूछताछ में ये खुलासा किया: हिरासत में आरोपियों ने बताया कि पहले हम अंजान नंबरों पर वॉट्सऐप मैसेज भेजते थे। खुद को लड़की बताकर बात करने का ऑफर देते थे। जब सामने वाले व्यक्ति से रिस्पॉन्स मिलता था, तब वीडियो कॉल शुरू करते थे। कॉल रिसीव होते ही हम दूसरे मोबाइल पर रिकॉर्डेड पोर्न वीडियो की क्लिप चला देते थे। 





पोर्न वीडियो के साथ करते थे रिएक्शन एडिट: वीडियो कॉल के दौरान मोबाइल की स्क्रीन को अपने मोबाइल के फ्रंट कैमरा के पास लगा देते हैं। इससे सामने वाले को पोर्न VIDEO दिखने लगता है। इस दौरान रिकार्डिंग चालू रहती थी। ऐसे सामने वाले व्यक्ति के रिएक्शन रिकॉर्ड कर लेते थे। इसके बाद व्यक्ति और पोर्न वीडियो को एडिट करके एक नया वीडियो तैयार करते थे। इसे वायरल करने की धमकी देकर हम पैसों की वसूली करते थे। सांसद प्रज्ञा ठाकुर के साथ भी हमने ऐसा ही किया था। पुलिस अब आरोपियों से इसकी भी जानकारी जुटा रही है कि उन्होंने किन-किन लोगों के साथ ठगी करके कितने पैसों की वसूली की है। 





ये है मामला: 6 फरवरी को प्रज्ञा ठाकुर को एक अंजान नंबर से वीडियो कॉल आया था। प्रज्ञा ने जैसे ही फोन उठाया तो दूसरी तरफ कॉल पर मौजूद युवती अपने कपड़े उतारने लगी। उसने न्यूड होने की कोशिश के दौरान कॉल रिकॉर्ड कर लिया। कुछ देर बाद आरोपियों ने सांसद को वीडियो की रिकॉर्डिंग भेजी। इस वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर भोपाल सांसद से ब्लैकमेलिंग की कोशिश की गई। आरोपियों ने वीडियो वायरल नहीं करने की एवज में सांसद से पैसों की डिमांड की। 7 फरवरी का सांसद ने टीटी नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। भोपाल पुलिस ने आरोपियों की सर्चिंग शुरू की। फोन ट्रेस करने के बाद दोनों आरोपियों की लोकेशन राजस्थान आई। इसके बाद मध्यप्रदेश पुलिस ने राजस्थान पुलिस को सूचना दी। 14 फरवरी को पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। 





एक वीडियो कॉल से कैसे होता है सेक्सटॉर्शन: एक्सटॉर्शन (जबरन वसूली) की तरह ही सेक्सटॉर्शन (सेक्सुअल ब्लैकमेलिंग से वसूली) का देश भर में ट्रेंड बढ़ रहा है। सेक्सटॉर्शन जैसे अपराध को अंजाम देने में पांच-छह सेकेंड लगते हैं। आपके पास वीडियो कॉल आती है, आप उसे अटैंड कर लेते हैं। स्क्रीन पर अश्लील वीडियो या पिक्चर आ जाती है। आपका मुंह, मोबाइल फोन कैमरे के सामने है। सेक्सटॉर्शन गैंग के सदस्य जिस वक्त आपके पास कॉल करते हैं, वे स्क्रीन रिकॉर्डर चालू कर देते हैं। कई बार यह भी होता है कि कोई व्यक्ति कुछ देर तक उस वीडियो को देख लेता है। दोनों ही स्थितियों में आप फंस गए। 





ऐसे करे बचाव: एक्सपर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया और इंटरनेट के इस्तेमाल के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है। अंजान लिंक या पॉर्न साइटों से दूरी बनानी जरूरी है। इसके अलावा अंजान लोगों से वीडियो कॉल करने से भी बचना चाहिए। अगर ऐसी कोई शिकायत हो तो पैसे देने की बजाय पुलिस से संपर्क करना चाहिए ताकि उन्हें इस नई तरह की ब्लैकमेलिंग से बचाया जा सके। इस पूरी कवायद में साइबर क्राइम पुलिस लोगों की प्राइवेसी का खास ध्यान रखती है।



Bhopal Police प्रज्ञा ठाकुर Pragya Thakur sextortion blackmaling sadvi pragya thakur साध्वी प्रज्ञा ठाकुर nude call blackmaling obscene video call nude call Sextortion case