संजय गुप्ता, Indore. इंदौर में हुए 5.40 करोड़ के आबाकारी घोटाले की गाज अब तीसरे अधिकारी पर गिरी है। सालों से इंदौर में डटे हुए आबकारी उपायुक्त संजय तिवारी को ग्वालियर मुख्यालय ट्रांसफर करने के आदेश हो गए हैं। इसके पहले सहायक आयुक्त राजनारायण सोनी को निलंबित कर उन्हें इंदौर के उड़नदस्ते में अटैच कर दिया था। वहीं इस मामले में सबसे पहली गाज सहायक जिला आबकारी अधिकारी राजीव उपाध्याय पर गिरी थी और उन्हें नोटिस के बाद पद से हटा दिया गया था।
यह है मामला
आबकारी विभाग ने इंदौर की एमआईजी एरिया की दुकान का ठेका 47 करोड़ रुपए में बेंगलुरू के दो ठेकेदारों को दिया, इसकी अर्नेस्ट मनी में पांच फीसदी और बैंक गारंटी के तौर पर दस फीसदी राशि जमा कराना थी लेकिन अप्रैल-मई तक ठेकेदारों से राशि नहीं ली गई, जून में जब ठेकेदार गायब हो गए, तो फिर ठेकेदार द्वारा दी गई 70 लाख और 4.70 करोड़ की बैंक गारंटी चेक कराई गई, इसमें यह एफडी मात्र सात हजार और 47 हजार की निकली और गारंटी के दस्तावेज फर्जी निकली। इसमें जिम्मेदार सर्कल अधिकारी राजीव उपाध्याय की मूल जिम्मेदारी जांच की थी, इसके ऊपर फाइल सहायक आयुक्त सोनी को देखना थी, दोनों को ही पहले शोकॉज नोटिस दिए गए औऱ बाद में निलंबित हो गए। इस मामले में उपायुक्त तिवारी को भी अब हटा दिया गया, हालांकि उन्हें निलंबित नहीं करते हुए ग्वालियर मुख्यालय ट्रांसफर किया गया।
धार में भी बदलाव
धार जिले में हाल ही में आईएएस एसडीएम और तहसीलदार के साथ शराब माफिया द्वारा की गई मारपीट व दुर्व्यवहार के बाद अब वहां पदस्थ सहायक आयुक्त यशवंत धनौरा को ग्वालियर मुख्यालय पदस्थ करने के आदेश हुए हैं।