छिंदवाड़ा/जबलपुर (ओपी नेमी). जबलपुर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने 22 फरवरी को दो बड़ी कार्रवाई की। पहली कार्रवाई छिंदवाड़ा में की। यहां सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग के कार्यालय में दबिश देकर महिला लेखापाल (अकाउंटेंट) संगीता झाड़े को 25 हजार की रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया है। संगीता ने चपरासी की जन्मतिथि में बदलाव करने की एवज में 80 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। वहीं, दूसरी कार्रवाई करते हुए लिपिक मनीष परते को 5 हजार की घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। मनीष ने नियुक्ति का आदेश जारी करने की एवज में 10 हजार रुपए की रकम मांगी थी।
छिंदवाड़ा में कार्रवाई: जानकारी के मुताबिक, चपरासी गंगाराम सूर्यवंशी की उम्र में दो साल का अंतर हो गया था। उन्होंने इसे सुधरवाने के लिए सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग के कार्यालय में आवेदन दिया। यहां पदस्थ संगीता झाड़े ने इस काम की एवज में 80 हजार रुपए की घूस मांगी। इसकी शिकायत गंगाराम के बेटे ने लोकायुक्त पुलिस में की। जिसके बाद 22 फरवरी को 25 हजार घूस की किश्त लेकर चपरासी का बेटा संगीता को देने के लिए पहुंचा। यहां पहले से मौजूद लोकायुक्त की टीम ने संगीता को दबोच लिया।
जबलपुर में आदेश के लिए घूस: आरती झारिया गांव ठिकरिया नारायणपुर जिला मंडला में रहती है। आरती का सिलेक्शन शिक्षक वर्ग 2 में चयन हुआ है। इसकी पदस्थापना का आदेश कार्यालय संभागीय उपायुक्त जनजाति तथा अनुसूचित जाति विकास जबलपुर संभाग से निकलना था। आरती के पति मनीष से इस काम की एवज में लिपिक पवन ने 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। मनीष ने इसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस की टीम को की। जिसके बाद दोनों के बीच 5 हजार रुपए की रिश्वत देने का सौदा तय हुआ। इसके बाद पवन ने रिश्वत के लिए मनीष को बुलाया। मनीष ने जैसे ही पवन को पैसा दिया। वहां पहले से मौजूद लोकायुक्त की टीम ने पवन को रिश्वत लेते हुए दबोच लिया।