कमलेश सारडा, Neemach. हनुमानजी की मूर्ति को विवादित स्थान से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है। विवाद शांत कराने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा अपयाना गया फार्मूला स्थानीय हिंदू संगठनों को रास नहीं आ रहा है, हिंदू संगठनों ने इस फैसले पर आक्रोश है। मंगलवार को डीआईजी सुशांत सक्सेना ने निरीक्षण किया। पुलिस की बड़ी संख्या में तैनाती कर शांति बनाए रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। नीमच की घटना पर अपराधियों पर कार्रवाई नहीं करने का पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने ट्विट कर एफआईआर दर्ज नहीं होने पर सवाल उठाए हैं। इस पर विधायक रामेश्वर शर्मा ने पलटवार किया है। घटना में अभी तक चार लोगों पर प्रकरण दर्ज कर 9 लोगों को राउंडअप किया है। अन्य आरोपियों को चिह्नित किया जा रहा है। इससे पहले शहर के उपनगर नीमच सिटी में सोमवार रात को दो समुदायों में धार्मिक स्थल को लेकर विवाद के बाद दूसरे दिन मंगलवार को पुलिस सुरक्षा के बीच सिटी का बाजार खुला।
मूर्ति को लेकर राजनीति
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया कि, हमे मालूम है कि, जिस मोहल्ले में यह घटना हुई है। उसी में नीमच के बीजेपी विधायक रहते है। इस पर विधायक दिलीप सिंह ने दिग्गी को जबाब देते हुए कहा कि, दिग्विजय सिंह नीमच की चिंता नहीं करें।
ऐसे हुई थी विवाद की शुरुआत
दरअसल पुरानी कचहरी इलाके में करीब पांच हजार वर्ग फीट जमीन पर दरगाह है। बताया जाता है कि ये जमीन सरकारी है। सोमवार शाम करीब 5 बजे इसी जमीन से लगी जमीन पर कुछ लोग हनुमानजी की मूर्ति स्थापित करना चाहते थे। इस पर दरगाह में मौजूद लोगों ने आपत्ति जताई। दोनों के बीच बहसबाजी शुरू हो गई। रात करीब 8 बजे के बाद विवाद बढ़ गया। दोनों समुदाय के लोग इकट्ठा हो गए। देखते ही देखते पत्थरबाजी शुरू हो गई। इसके बाद स्थिति को कंट्रोल करने के लिए पुलिस मोर्चा संभालना पड़ा था। इस दरगाह के पास हनुमानजी की मूर्ति स्थापित करने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था।