ग्वालियर. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार शपथ लेते हुए सबसे पहली घोषणा की थी कि वह वह भू -माफिया और खदान माफिया पर लगाम कसेंगे और कोई कितना भी ताकतवर क्यों न हो अब वह बचेगा नहीं। वे प्रदेश का पर्यावरण सुधारने का संदेश देने के लिए खुद रोज भोपाल में एक पेड़ लगाते है। उन्होंने शपथ लेते समय माफिया के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने का संकेत देने के लिए ही यहाँ यूपी की योगी सरकार की तरह माफिया के घरों को तोड़ने के लिए बुलडोजर भी चलवाये थे लेकिन ग्वालियर में इसका कोई असर नज़र नहीं आ रहा है। माफिया ग्वालियर के आसपास की पहाड़ियों को काटकर लगातार प्लाट बेचने में लगा हैं और जिला प्रशासन राजनीतिक रसूख के कारण यह सब देखकर भी चुप रहने को मजबूर है।
ग्वालियर में प्रशासन ने पर्यावरण संरक्षण के लिए इस वर्ष हजारों पेड़ लगाने का अभियान चला रखा लेकिन खनन माफिया का राजनीतिक रसूख प्रशासन पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है जहाँ एक ओर पहाड़ों की हरियाली को काटकर वहाँ प्लॉटिंग किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर ग्वालियर में मिलने वाले बेशकीमती सफेद पत्थर के बड़े बड़े पहाड़ों को छलनी किया जा रहा है। इसके जरिये माफिया वर्षो पुराने पेड़ों को काटकर पर्यावरण को लगातार नुकसान पहुंचाने में लगा है। प्रशासन लगातार कार्रवाई करने की बात कहता है लेकिन खनन माफिया पर अब तक कोई भी प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाई है। इस सब में बड़ा पैसा और राजनीतिक रसूख प्रशासन की कार्रवाई के आड़े आ जाता है शायद यही वजह है कि ग्वालियर के अधिकांश शासकीय पहाड़ियों और भूमि को माफिया ने बेच दिया है। वहीं तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि मौके पर किस तरह से बेशकीमती सफेद पत्थर के बोल्डर काटे जा रहे हैं लेकिन इनके खिलाफ कार्रवाई की हिम्मत प्रशासन नहीं कर पाता। इस संबंध में जब संबंधित क्षेत्र के विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर जो कि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री भी हैं से बात की गई तो उनका रटा-रटाया जवाब था कि अवैध खनन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं प्रशासन का कहना था कि हम एक टीम तैयार कर रहे हैं जो इस संबंध में कार्रवाई करेगी।
कलेक्टर कौशलेन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि बहोड़ापुर इलाके में पहाड़ काटकर प्लॉटिंग करने के कुछ वीडियो प्रकाश में आये हैं इस मामले में आज ही माइनिंग अफसर के नेतृत्व में एक टीम बनाए दी गई है जो मौके पर जाकर भी कार्यवाही करेगी और फिर दोषी लोगों के खिलाफ एफआईआर भी कराकर पर्यावरण को बिगाड़कर अपना घर भरने वाले माफिया के खिलाफ गिरफ्तारी की भी कार्यवाही की जायेगी। पूरे शहर में भी घूमकर टीम टीम सर्वे करेगी कि कहाँ - कहाँ यह सब हुआ है और सभी जगह कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उनका यह भी खाना है कि इस मामले में पहाड़ों को भी मुक्त कराया जाएगा। अवैधानिक बने मकानों को तोडा भी जाएगा और रिकवरी भी निकाली जायेगी।
इस मामले में क्षेत्र के विधायक और प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर से जब पूछा कि सरकार एक तरफ पर्यावरण के लिए पेड़ लगाने का अभियान चला रहा है वहीँ दूसरी तरफ उनके क्षेत्र में पेड़ काटकर पर्यावरण को ख़राब किया जा रहा है और उस जगह को भूमाफिया द्वारा बेचा भी जा रहा है तो इस पर तोमर का कहना है कि ऐसे भू माफिया के खिलाफ निरंतर कार्यवाही हो रही है और आगे भी निरंतर जारी रहेगी। शहर के पर्यावरण से खिलवाड़ नहीं होने दी जायेगी । दोषी लोगो पर कठोर कार्यवाही होगी।