Jabalpur. मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में नर्सिंग कोर्स में छात्र-छात्राओं के प्रवेश में फर्जीवाड़े पर दो निजी कॉलेजों की संबद्धता विश्वविद्यालय ने समाप्त कर दी है। दोनों महाविद्यालयों के संचालकों पर अब एफआईआर भी दर्ज होगी। वहीं धांधली में फंसे आठ अन्य कॉलेजों पर भी जांच का शिकंजा कस गया है। इन आठों कॉलेजों को दोबारा शोकाज नोटिस जारी कर जवाब तलब करने की तैयारी पूरी हो चुकी है।
वर्किंग कमेटी ने माना आपराधिक कृत्य
विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद ने बैठक में संबद्धता समाप्ति का निर्णय लेने के बाद दोनों संबंधित कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का भी निर्णय लिया है। कौंसिल के सदस्यों ने कूटरचित तरीके से छात्र-छात्राओं के नाम बदलने को एक आपराधिक कृत्य माना है। वहीं दोनों कॉलेजों ने पिछले नोटिसों में संतोषजनक जवाब भी पेश नहीं किया था। वहीं अन्य आठ कॉलेजों को भी दोबारा नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण पेश करने का समय दिया जाएगा।
बैतूल और भोपाल के कॉलेजों पर कार्रवाई
बैठक में परी कॉलेज ऑफ नर्सिंग बैतूल और सुंदर देवी कॉलेज ऑफ नर्सिंग, भोपाल की संबद्धता रद्द की गई है। वहीं बीवीएम कॉलेज, ग्वालियर, आरपीएम कॉलेज नीमच, सरदार पटेल कॉलेज, रतलाम, बालाश्री कॉलेज जबलपुर, भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल, चिरायु पैरामेडिकल कॉलेज भोपाल, शासकीय आयुर्वेद कॉलेज रीवा और मिरिकल पैराममेडिकल कॉलेज को नोटिस जारी किए जा रहे हैं।