SAGAR. सागर के नौरादेही अभ्यारण से विस्थापित हुए परिवारों को शासन से मिली लाखों रुपए की राशि सहारा इंडिया के एजेंटों ने हड़प ली है। देवरीकलां के ग्रामीणों की ये राशि लाखों रुपए में बताई जा रही है। अब राशि पाने के लिए गरीब परिवार दर-दर भटक रहे हैं। 2 दर्जन से अधिक लोगों ने एसडीओपी पूजा शर्मा को ज्ञापन देकर लाखों रुपए की राशि हड़पने वाले चार लोगों पर मामला दर्ज करने और उनकी राशि वापस दिलाने की मांग की है। ज्ञापन में बताया गया है कि सहारा इंडिया की शाखा देवरी में पदस्थ मैनेजर डीएन राठौर सहायक प्रबंधक गोटीराम पटेल और एजेंट राकेश यादव रानू तिवारी ने एफडी के नाम पर लाखों रुपए ले लिए और फिर मांगने पर भुगतान नहीं किया।
अपने पैसे के लिए चक्कर लगा रहे गरीब परिवार
युवराज यादव और कपूरे यादव से 10 लाख रुपए, सुनीता से 3 लाख 50 हजार, राजाराम से 9 लाख और 5 लाख 50 हजार खिलान से, 5 लाख 19 हजार पंचम यादव और 9 लाख हुकम यादव से और 14 लाख रुपए पवन यादव के 2 लाख 25 हजार कमलेश बाई के 12 लाख रुपए की एफडी गोटी राम पटेल द्वारा सहारा इंडिया में बनवाई गई थी। एफडी की समय सीमा पूर्ण होने के बाद जब आवेदकों ने जमा राशि की मांग की तो उसका भुगतान नहीं किया गया और वे चक्कर लगाते-लगाते परेशान हो गए हैं।
लोगों ने पुलिस से लगाई न्याय की गुहार
इसके बाद लोगों ने पुलिस अधीक्षक सागर और एसडीओपी देवरी के नाम ज्ञापन देकर उनके साथ धोखाधड़ी कर लाखों रुपए की राशि हड़पने पर एफआईआर दर्ज करने और उनकी खून-पसीने की कमाई वापस दिलाने की मांग की है। ग्राम बीना निवासी कमलेश रानी यादव ने बताया कि 12 लाख रुपए सहारा इंडिया बैंक में गोटी राम पटेल और राकेश यादव ने ज्यादा ब्याज का लालच देकर एफडी कराई थी, अब पैसा नहीं दे रहे हैं। उनका परिवार परेशान है। विस्थापन के बाद उनके जीवन की पूरी पूंजी सहारा इंडिया के एजेंटों ने धोखाधड़ी कर हड़प ली है, मुझे राशि दिलाई जाए और इन लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
गरीबों के परिवारों की हालत दयनीय
बीना निवासी अशोक यादव ने बताया कि उनके पिताजी को गोटी राम और राकेश यादव ने धोखाधड़ी करके लाखों रुपए की राशि सहारा बैंक में जमा करवा दी, अब पैसे वापस नहीं कर रहे हैं। हमारे परिवार की स्थिति दयनीय हो गई है एक-एक रुपए के लिए परेशान हैं। उन्होंने बताया कि सहारा इंडिया के एजेंट राकेश यादव एवं गोटी राम पटेल द्वारा जमा कराई गई राशि के एवज में जो रसीदें दी गई हैं। वे फर्जी हैं उनमें जमा राशि का उल्लेख नहीं है। वहीं इस मामले में एसडीओपी पूजा शर्मा ने का कहना है कि उक्त प्रकरण में थाना देवरी में पूर्व से ही 30 लोगों के आवेदन पहले से आ चुके हैं और अपराध भी पूर्व से दर्ज हैं और इसके बाद जो आवेदन आएंगे उनकी एक साथ विवेचना की जाएगी।