Jabalpur. अग्निवीर योजना के तहत सेना में भर्ती होने के लिए एक उम्मीदवार ने मुन्नाभाईगिरी का फॉर्मूला अपना तो लिया लेकिन सेना के अधिकारियों की तेज नजर के कारण इसमें कामयाब नहीं हो पाया। उम्मीदवार ने ग्रांउडटेस्ट क्लीयर करने के लिए अपनी जगह अपने दोस्त को दौड़ने के लिए भेज दिया था लेकिन मेडिकल और दस्तावेजों की जांच के दौरान भर्ती प्रक्रिया में खुद शामिल हो गया। इस दौरान सेना के अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपी उम्मीदवार ने धोखाधड़ी करना कबूल किया है। जिसके बाद सैन्य अधिकारियों ने आरोपी को गोरखपुर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
गोरखपुर थाना प्रभारी शिवेश सिंह ने बताया कि जीआरसी सेंटर में अग्निपथ योजना के तहत भर्ती चल रही है। फिजिकल टेस्ट के लिए मुरैना के पोरसा का रहने वाला अभिषेक भदौरिया इस आरोप में गिरफ्तार किया गया है कि उसने अपनी जगह अपने दोस्त मोहित तोमर से दौड़ करवाई और फिर दस्तावेजों की जांच और मेडिकल में खुद पहुंच गया। दरअसल रन स्लिप के लिए बनाई गई सूची में मोहित की तस्वीर खींची गइ्र थी और साइन भी कराए गए थे। जिसे भर्ती कमेटी ने अपने रिकॉर्ड में रख लिया था। इस बात से अनजान अभिषेक जब दस्तावेजों की जांच के लिए जीआरसी सेंटर पहुंचा तो सेना के अधिकारियों ने यह गफलत तुरंत पकड़ ली।
तस्वीर और सिग्नेचर नहीं हुए मैच
दरअसल दौड़ के दौरान खींची गई तस्वीर में भिन्नता और साइन मिसमैच होने के चलते अभिषेक पकड़ में आ गया। वहीं पुलिस अब अभिषेक नाम की बोगी का इंजन बनने वाले दूसरे आरोपी मोहित तोमर को तलाश रही है।
रेलवे की ऑनलाइन परीक्षा में नकल करते पकड़ा गया अभ्यर्थी
इधर रेलवे की ऑनलाइन परीक्षा में भी नकल करते हुए उम्मीदवार पकड़ा गया। परीक्षा के पर्यवेक्षक ने नकल पर्ची जब्त कर युवक को भेड़ाघाट पुलिस के हवाले कर दिया। जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। भेड़ाघाट पुलिस के मुताबिक रेल भर्ती बोर्ड द्वारा आयोजित ऑनलाइन परीक्षा में एलएनसीटी कॉलेज के सेंटर में पीयूष कुमार पासी नकल करता पकड़ा गया था। यूपी के फतेहपुर में रहने वाले पीयूष को पर्यवेक्षकों की शिकायत पर गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया है।