खंडवा. पुलिस ने गुरुवार, 28 अक्टूबर को अक्षांश हत्याकांड (Akchansh Murder Case) का खुलासा किया है। अक्षांश की हत्या पड़ोसी श्रीराम ने की थी। आरोपी को शक था कि अक्षांश के दादा उस पर जादू टोना करते हैं। इस कारण उसके घर में हमेशा विवाद की स्थिति बनी रहती है। इसी का बदला लेने के लिए उसने अक्षांश का बेहरमी से कत्ल कर दिया। लोकसभा उपचुनाव (Khandwa By Election) के चलते इस पूरे मामले ने राजनीतिक रंग भी ले लिया था। यहां प्रचार के लिए आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर जल्द ही न्याय का आश्वासन दिलाया था। ऐसे में पुलिस पर जल्द ही मामले का खुलासा करने का दबाव बढ़ गया था।
अपहरण करके दिया वारदात को अंजाम
खंडवा जिले के मूंदी में 20 अक्टूबर को 3 साल के अक्षांश की हत्या करने वाला पड़ोसी श्री राम निकला। हत्यारे ने पुलिस को बताया है कि मासूम अक्षांश के दादा सुमेरसिंह पर उसे तंत्र मंत्र की आशंका थी। इसी वजह से पत्नी से भी विवाद हो रहे हैं। घर में अशांति का माहौल बना हुआ है। इस वजह से ही करीब डेढ़ महीने से अक्षांश के परिवार पर घात लगाए बैठा था। घर के किसी सदस्य को मारने की फिराक के बीच हत्यारे को मौका मिला और 20 अक्टूबर की दोपहर में बच्चे का अपहरण कर हत्या कर दी।
इस तरह बेहरमी से की थी हत्या
मासूम को बाड़े में ले जाकर बड़ी ही बेरहमी से पाइप से गला घोंटा और उसके बाद उसके शव को टाट के बारे में भरकर एक सूने मकान में ठिकाने लगा दिया। सहानुभूति दिखाने के लिए हत्यारा खुद भी बच्चे की तलाश में जुटा रहा। राजनीतिक सरगर्मी के बीच दिल दहलाने वाले हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का पुलिस पर दबाव भी था। इस बीच शंका के आधार पर करीब 40 लोगों से पूछताछ की गई, जिसके बाद श्रीराम पर शक गहराया और पुलिस की कड़ी पूछताछ में टूट गया।
इस तरह बेहरमी से की थी हत्या
पुलिस अधीक्षक (SP) विवेक सिंह ने बताया कि आरोपित श्रीराम अक्षांश के दादा सुमेर सिंह से बदला लेना चाहता था। इसके लिए उसने सुमेरसिंह के परिवार के किसी भी सदस्य की हत्या करने की योजना बनाई थी। यह बात पूछताछ में श्रीराम ने कबूल की है। गौरतलब है कि अक्षांश की मौत के बाद इस पर राजनीतिक रंग भी देखने को मिला। खंडवा लोकसभा उपचुनाव में चुनावी सभाओं के लिए आए सीएम शिवराज और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ समेत बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) समेत महाराष्ट्र की नेत्री पंकजा मुंडे भी पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और न्याय का भरोसा दिलाया।