REWA. त्योंथर डिवीजन में पदस्थ सहायक इंजीनियर गगनेश अकौड़िया और उनके सहयोगी स्टाफ को बंधक बनाकर गंभीर रूप से मारपीट की गई। ये घटना चाकघाट थाना के चिल्ला गांव की है। आरोप है कि ट्रांसफार्मर बदलने गए बिजली विभाग के अमले को सामाजिक कार्यकर्ता और बीएसएफ के रिटायर्ड जवान और उसके साथियों ने बंधक बनाया और जमकर मारपीट की। सूचना के बाद त्योंथर एसडीओपी समरजीत सिंह ने मौके पर जाकर अधिकारियों को मुक्त कराया और आरोपियों को पकड़कर थाने ले गए। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
खराब ट्रांसफार्मर की मरम्मत करने पहुंचे थे सहायक इंजीनियर
पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि चाकघाट थाने के चिल्ला गांव में खराब ट्रांसफार्मर की मरम्मत करने बुधवार को एई गगनेश अकौड़िया और लाइन परिचालक वीरभद्र सिंह, हेल्पर विनोद, शशांक रस्तोगी, मिलन मांझी और ड्राइवर दीपक गए थे। ट्रांसफार्मर बदलने के दौरान मौके पर अरुण कुमार गौतम उर्फ कमांडो और उनके दर्जन भर साथी पहुंच गए। बताया जाता है कि बिजली सप्लाई को लेकर क्षेत्र में मचे हाहाकार के सिलसिले में कमांडो अरुण गौतम एई गगनेश से बहस कर बैठे। इस बीच बात बिगड़ गई अरुण कुमार गौतम और उसके साथी पहले एई को उठाकर ले गए और एक कमरे में बन्द कर दिया और बाद में उनके अधिनस्थ कर्मचारियों को भी कमरे में बन्द करके मारपीट शुरू कर दी।
पुलिस ने AE और उनके स्टाफ को छुड़ाया
AE और उनके स्टाफ को बंधक बनाने की सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद एसडीओपी समरजीत सिंह परिहार दलबल के साथ पहुंचे और बंधक बने एई सहित अन्य कर्मचारियों को मुक्त कराया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि अरुण कुमार गौतम सीमा सुरखा बल में बतौर जवान सेवाएं दे चुका है और वो ट्रेंड कमांडो रहा है। सेवानिवृत्त होने के बाद फिलहाल त्योंथर में सामाजिक कार्यों से जुड़ा हुआ है। इस घटना की विद्युत विभाग में तीखी प्रतिक्रिया है। पुलिस एई की शिकायत पर पूर्व कमांडो अरुण गौतम और उसके साथियों पर कार्रवाई कर रही है।