आशीष सिंह ठाकुर, Chhindwara. मध्यप्रदेश सरकार चाहे कितने भी दावे कर लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आती है। छिंदवाड़ा की उमरेठ तहसील के मांडई माल ग्राम पंचायत के गुरलुढाना गांव में एक गर्भवती की खाट पर डिलीवरी हो गई। खराब सड़क होने की वजह से गुरलुढाना गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंची। परिजन ने गर्भवती को एंबुलेंस तक पहुंचाने के लिए खाट का सहारा लिया। एंबुलेंस तक पहुंचने से पहले ही गर्भवती ने रास्ते में ही बच्चे को जन्म दे दिया।
गुरलुढाना गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित
मांडई माल ग्राम पंचायत की बस्ती से 2 किलोमीटर दूर गुरलुढाना गांव है। यहां करीब 40 परिवार रहते हैं। ये गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। गांव में सड़क, बिजली, पानी, अस्पताल, स्कूल, आंगनबाड़ी और श्मशान जैसी सुविधाएं नहीं हैं।
खाट से एंबुलेंस तक ले जाते वक्त रास्ते में प्रसव
गुरलुढाना की जरीना को रात में प्रसव पीड़ा हुई। उसके पति मनेश ने 108 एंबुलेंस को बुलाया लेकिन खराब सड़क की वजह एंबुलेंस गर्भवती के घर तक नहीं पहुंच सकी और गांव से 2 किलोमीटर दूर खड़ी हो गई। परिजन गर्भवती को खाट पर लेकर एंबुलेंस तक पहुंचाने के लिए निकले। एंबुलेंस तक पहुंचने से पहले ही गर्भवती का प्रसव हो गया। बच्चे को गोद में लेकर और प्रसूता को खाट पर लिटाकर एंबुलेंस तक पहुंचाया। राहत की बात रही कि जच्चा-बच्चा सुरक्षित हैं। दोनों का जिला अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।