GWALIOR. ग्वालियर-चम्बल अंचल में बरसात से अनेक पुल टूटे हुए पड़े है, जिनके चलते अनेक गांव का या तो शहर से संपर्क टूट गया है या फिर काफी दिक्कतों के बाद आवागमन हो पा रहा है। इसको लेकर दी गई जानकारी के बाद प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने ऐलान किया है कि बारिश के बाद लोक निर्माण विभाग पुलों के मेंटेनेंस के लिए विशेष अभियान चलाएगा। ग्वालियर अंचल के 6 पुलों के मरम्मत कार्य के लिए 3 करोड़ 81 लाख 97 हजार रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है।
इन पुलों की होगी मरम्मत
प्रमुख सचिव लोक निर्माण नीरज मंडलोई ने बताया कि क्षतिग्रस्त पुलों के संधारण के लिए विशेष मरम्मत मद से यह राशि प्रदान की गई है। प्रथम चरण में ग्वालियर सेतु संभाग के अंतर्गत अशोकनगर शहर में आर.ओ.बी. की मरम्मत के लिए 67 लाख 57 हजार रूपये, मुंगावली मल्हारगढ़ मार्ग पर कैथन नदी पर स्थित पुल की विशेष मरम्मत 13 लाख 86 हजार, बीना कांजिया मार्ग में बेतवा नदी पर स्थित पुल का विशेष मरम्मत कार्य 52 लाख 86 हजार, बरसत पटोदी मार्ग पर पार्वती नदी पर पुल की विशेष मरम्मत कार्य 71 लाख 41 हजार, ग्वालियर जिले में करियावटी बडगौर मार्ग पर सिंध नदी पर जलमग्नीय पुल के टेम्परेरी रेस्टोरेशन कार्य के लिए एक करोड़ 64 लाख 30 हजार और दतिया जिले के उन्नाव-झांसी मार्ग में पहुज नदी पर जलमग्नीय पुल का विशेष मरम्मत कार्य के लिए 11 लाख 97 हजार रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है।
कई बड़े पुल टूटे पड़े हैं
ग्वालियर -चम्बल अंचल में बीते साल बांधों से पानी छोड़ने और इस बार ही भारी बरसात में अनेक बड़े पुल भी क्षतिग्रस्त हो गए है। सेंवढ़ा नदी का पुल पिछले साल से ही टूटा पड़ा है जबकि भिंड से इटावा को जोड़ने वाले पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण बीते डेढ़ माह से यहाँ से आवागमन ठप्प पड़ा हुआ है। इस पर उत्तर प्रदेश के क्षेत्र में संधारण का काम चल रहा है।