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Seoni, Vinod Yadav. आंधी तूफान में पेड़ों से गिरी टहनियों की मदद से सिवनी के एक कलाकार ने भगवान महाकाल की ऐसी कलाकृति को आकार दिया है। जो सावन के महीने में शिवभक्तों को बहुत लुभा रही है। कलाकार ने इस कलाकृति में चंदन, पीपल और बरगद की टहनियों और बेलों का उपयोग किया है। बजोड़ कला की इस कारीगरी को सोशल मीडिया में जहां काफी लोकप्रियता मिल रही है वहीं सिवनी के मठ मंदिर प्रांगण में इसे देखने लोग भी पहुंच रहे हैं।
नया करने की चाह में किया प्रयास
दरअसल यह प्रतिमा शहर के ढिमरी मोहल्ला निवासी विक्की कश्यप ओर उसके दोस्तों ने मिलकर सिवनी शहर के प्राचीन मठ मंदिर प्रांगण में बनाई गई है। 25 से 30 दिन की मेहनत से महाकाल की कलाकृति बनकर तैयार हुई है जिसे देखने के लिए जिले के बाहर से भी लोग आ रहे हैं। कलाकार विक्की कश्यप ने बताया कि वे आर्ट कलाकार हैं ओर उनमें कुछ ना कुछ नया करने का जुनून रहता है। इस बार उन्होंने आंधी तूफान में गिरे चंदन,पीपल के पेड़ की टहनी और बरगद की बेलाओ को मिलाकर 10 फीट ऊंची भगवान महाकाल की कलाकृति को बनाया है।