Bhopal. कोरोना काल में जहां पूरी दुनिया घरों में कैद थी उस समय भोपाल की एक फाउंडेशन ने सात समुंदर पार तक अपनी पहुंच बनाई और देश के साथ दुनिया में बाल अधिकारों पर एक मुहिम छेड़ी। लॉकडॉउन खत्म होने के बाद भी इसे लगातार जारी रखा। जिसका परिणाम ये हुआ कि चाइल्ड कंजर्वेशन फाउंडेशन इंडिया को गिनीज बुक में जगह मिली है। इस वेबनार को गिनीज बुक ने सबसे लंबे समय तक बिना रुके संचालन के लिए अपने रिकार्ड पर दर्ज कर लिया है। इस फाउंडेशन ने लगातार 100 वेबनार आयोजित किए है। इतना ही नहीं इस फाउंडेशन ने एशिया बुक और लिम्का बुक में भी अपनी जगह बनाई है।
दूसरे देशों में भी बनाई अपनी पहचान
फाउंडेशन ने नवाचार करते हुए बाल अधिकार कार्यकर्ताओं के उन्मुखीकरण, क्षमता वर्धन और बुनियादी प्रशिक्षण के क्षेत्र में वेबनार की शुरुआत की जो लगातार 101 सप्ताह से लगातार रूप से जारी है। इस संस्था ने अमेरिका, इंग्लैंड, हालैंड, कनाडा, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, नाइजीरिया और तंजानिया में अपनी अलग पहचान बनाई है। इस प्रशिक्षण वेबिनार में देश के 22 राज्यों का सतत प्रतिनिधित्व हो रहा है। इस दौरान 8 अंतरराष्ट्रीय स्तर के वेबनार भी आयोजित हुए। फाउंडेशन के साथ देश भर के 22 राज्यों के बाल कल्याण समितियों के अध्यक्ष, सदस्य,जेजेबी सदस्य,एनजीओ प्रतिनिधि जुड़े हुए है,जो हर रविवार वेबनार के साथ विषय विशेषज्ञों से जुड़ते है।
फाउंडेशन का राष्ट्रीय आयोजन आज से
फाउंडेशन बाल संरक्षण और पुनर्वास पर केंद्रित राष्ट्रीय आयोजन भी करने जा रहा है। भोपाल में 11 और 12 जून को देश भर के बाल अधिकार कार्यकर्ता और जेजे एक्ट के स्टेक होल्डर्स के साथ प्लेटफार्म से जुड़े देशभर के करीब 350 प्रतिनिधि भाग लेने वाले है। दो दिवसीय यह आयोजन भोपाल के प्रशासन अकादमी परिसर में आयोजित किया जा रहा है। समागम में जेजे एक्ट के समावेशी क्रियान्वयन में आने वाली व्यवहारिक परेशानियों पर भी चर्चा की जाएगी। समागम से प्राप्त निष्कर्ष फाउंडेशन द्वारा केंद्र एवं राज्य सरकारों के साथ साझा किए जाएंगे। इस समागम में सीएम शिवराज सहित कई मंत्री और कमिश्नर के साथ आला अधिकारी बाल आयोग सदस्य समेत देश के बाल अधिकार विशेषज्ञ और देशभर से आए प्रतिनिधिओं को मार्गदर्शन देंगे।