Seoni. 9 अगस्त को मध्यप्रदेश के लटेरी में वन कर्मचारियों की फायरिंग में हुई मौत के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। इस घटना में वन कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज होने के विरोध में पहले तो वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने सम्मान समारोह का बहिष्कार किया था। वहीं अब रेंजर एसोसिएशन और वन विभाग के कर्मचारियों ने विरोध स्वरूप कार्यालय में अपने शस्त्र जमा कर दिए हैं। इस दौरान पेंच नेशनल पार्क वन परिक्षेत्र समेत उत्तर वन मंडल, दक्षिण वन मंडल, उत्पादन समेत सभी रेंजों के अधिकारी, कर्मचारियों ने एकसाथ अपने शस्त्र कार्यालय में सौंप दिए हैं।
दोनों ओर से फायरिंग में हुई थी मौत
वन अधिकारी कर्मचारियों का कहना है कि लटेरी में शिकार की शिकायत पर गश्त दल और मृतक के बीच दोतरफा फायरिंग हुई थी। जिसमें फायरिंग करने वाले की मौत हो गई। कर्मचारियों ने कहा कि जब उन्हें आत्मरक्षा में शस्त्र चलाने की परमीशन नहीं है तो ऐसे शस्त्र रखने से कोई फायदा नहीं है।
मामला वापस लेने की दी चेतावनी
वन कर्मचारी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने वन कर्मचारी के खिलाफ दर्ज मामला वापस नहीं लिया तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन किया जाएगा। वन कर्मचारियों के एकजुट विरोध से सरकार भी सकते में है। संभवतः ऐसा पहली बार हो रहा है कि वन विभाग के कर्मचारी इस प्रकार लामबंद होकर विरोध कर रहे हैं।
सम्मान समारोह का किया था बहिष्कार
इससे पहले इस घटना के विरोध में वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी 15 अगस्त के मौके पर आयोजित सम्मान समारोह और पुरस्कार वितरण समारोह का बहिष्कार कर चुके हैं। कर्मचारी अधिकारियों के तेवर किसी समझौते के पक्ष में दिखाई नहीं दे रहे। ऐसे में सरकार के सामने भी यह यक्ष प्रश्न घूम रहा है कि आखिर आक्रोशित कर्मचारियों को कैसे मनाया जाए।