सादिक खान, Panna. मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पन्ना के अजयगढ़ और धरमपुर ब्लॉक में नए अध्यक्षों की नियुक्ति करने के सिर्फ 24 घंटे के अंदर ही दोनों नियुक्तियों को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया है। पन्ना विधानसभा क्षेत्र में की गई नए ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति से पार्टी के अंदर उपजी गहरी नाराजगी और असंतोष को शांत करने के लिए ये फैसला लिया गया है। संगठन चुनाव की प्रक्रिया के बीच सक्रिय ब्लॉक अध्यक्षों को हटाने के फैसले से क्षेत्र के दिग्गज नाराज थे। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और खनिज मंत्री के क्षेत्र में कांग्रेस की कमान कमजोर आधार वाले युवाओं को सौंपने पर सवाल उठ रहे थे।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष की मनमानी पर ब्रेक
प्रदेश कांग्रेस के फैसले को पन्ना कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष शारदा पाठक की मनमानी पर पावर ब्रेक के तौर पर देखा जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस ने नए ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति निरस्त करके आपसी सहमति-समन्वय से संगठनात्मक नियुक्तियों की अनुसंशा करने का संदेश दिया है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष शारदा पाठक की अनुसंशा पर अजयगढ़ में मिथिलेश यादव और धरमपुर में नरेंद्र सिंह राजपूत को ब्लॉक अध्यक्ष बनाया गया था। इस फैसले से जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष और उनके राजनीतिक सलाहकारों को तगड़ा झटका लगा है। वहीं अजयगढ़ और धरमपुर क्षेत्र के कांग्रेसियों ने पार्टी हित में लिए गए इस फैसले का स्वागत किया है। राकेश गर्ग अजयगढ़ के और शंकर प्रसाद धरमपुर के ब्लॉक अध्यक्ष बने रहेंगे।
वरिष्ठ नेताओं से नहीं ली गई सलाह
ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति से पहले जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से सलाह नहीं ली। पन्ना के पूर्व विधायक श्रीकांत दुबे, पूर्व प्रत्याशी शिवजीत सिंह और अजयगढ़ जनपद के पूर्व अध्यक्ष भरत मिलन पाण्डेय और अन्य वरिष्ठ नेताओं से सलाह नहीं ली गई। नियुक्ति के फैसले से कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का पारा चढ़ गया।
बीजेपी के दिग्गजों के क्षेत्र में कमजोर ब्लॉक अध्यक्ष क्यों ?
पन्ना शिवराज सरकार के श्रम मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह का निर्वाचन क्षेत्र है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो सांसद वीडी शर्मा के संसदीय क्षेत्र में पन्ना विधानसभा सीट शामिल है। ऐसे में बीजेपी के दिग्गज नेताओं के क्षेत्र में कांग्रेस के कमजोर ब्लॉक अध्यक्ष बनाने पर सवाल उठे थे। अजयगढ़ और धरमपुर में प्रभावशाली नेताओं को पद देने की मांग थी लेकिन जिला कांग्रेस अध्यक्ष शारदा पाठक ने अपने चहेतों की नियुक्ति करा दी थी।