जबलपुर. मध्यप्रदेश हाईकोर्ट (MP Highcourt) को 6 नए जज मिलेंगे। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम (Supreme Court Collegium) ने नए जजों की नियुक्ति की अनुशंसा कर दी है। एडवोकेट पैनल से मनिंदर सिंह भट्टी, डीडी बंसल, मिलिंद रमेश फड़के के नाम की अनुशंसा की गई है। साथ ही जज अमरनाथ केशरवानी, प्रकाश चन्द्र गुप्ता, दिनेश कुमार पालीवाल भी MP हाईकोर्ट के जज बनाए जाने के लिए चयनित किए गए हैं।
न्यायाधीशों की कमी दूर होगी: सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की अनुशंसा के बाद आगे की प्रोसेस होगी। ये प्रक्रिया होने के बाद नए न्यायाधीशों की नियुक्ति (appointment of judges) के आदेश जारी हो जाएगे। इस समय हाईकोर्ट में 29 न्यायाधीश पदस्थ हैं। जबकि जजों के पदों की कुल संख्या 53 हैं। 6 नए जजों की नियुक्ति होने के बाद जजों की संख्या 35 हो जाएगी। इसी के साथ हाईकोर्ट में जजों की कमी कुछ हद तक दूर होगी। हालांकि, इसके बाद भी हाईकोर्ट में जजों के 18 पद खाली होंगे।
क्या होता है कॉलेजियम सिस्टम: भारत के संविधान में इसका कोई जिक्र नहीं है। यह सिस्टम 28 अक्टूबर 1998 को 3 जजों के मामले में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के जरिए प्रभाव में आया था। कॉलेजियम सिस्टम में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और सुप्रीम कोर्ट के 4 वरिष्ठ जजों का एक पैनल जजों की नियुक्ति और तबादले की सिफारिश करता है। कॉलेजियम की सिफारिश (दूसरी बार भेजने पर) मानना सरकार के लिए जरूरी होता है।