Bhopal. खरगोन हिंसा (Khargone violence) को लेकर कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने DGP से मुलाकात की। करीब 40 मिनट तक हुई मुलाकात में कांग्रेस ने नेताओं ने अपनी बात रखी। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव (Arun Yadav) के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने DGP से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि इंटेलिजेंस फेलियर की वजह से खरगोन में हिंसक घटनाएं हुईं।
कांग्रेस का आरोप खरगोन में पुलिस इंटेलिजेंस और प्रशासन की नाकामी के चलते हुई हिंसक घटनाएं। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव@MPArunYadav के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने डीजीपी से मुलाकात कर सौंपा ज्ञापन।@INCMP @JansamparkMP @DGP_MP #KhargoneRiot #KhargoneViolence pic.twitter.com/hA2mG7qnHV
— TheSootr (@TheSootr) April 13, 2022
कानून व्यवस्था पर सवाल
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने खरगोन हिंसा की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि पूरी कांग्रेस खरगोन हिंसा की निंदा करती है। इसके साथ ही उन्होंने मध्यप्रदेश की कानून व्यवस्था पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति ठीक नहीं है। दोहरी कानून व्यवस्था कैसे चलेगी। निष्पक्ष जांच करके कार्रवाई की जानी चाहिए। लेकिन चिन्हित करके कार्रवाई करना उचित नहीं है।
अरुण यादव का गृह मंत्री पर निशाना
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव का कहा कि मध्यप्रदेश में बुलडोजर चलना इस बात को दिखाता है कि अपराध हो रहे हैं। मध्यप्रदेश में अपराध इसलिए हो रहे हैं क्योंकि गृह मंत्री सिर्फ बोलते ही हैं। उनके विभाग के अधिकारी उनके कंट्रोल में नहीं हैं। अपराध होने के बाद बुलडोजर चलना है। लेकिन अपराध हो ही क्यों रहे हैं।