Bhopal. मध्य प्रदेश में कोयले को लेकर जंग जारी है। जहां एक तरफ सत्ता पार्टी कहती है कि हमारे प्रदेश में कोयले की कमी नहीं है, वहीं दूसरे तरफ विपक्ष राज्य और केंद्र सरकार पर लगातार कोयले की कमी को लेकर हमलावर है। बिजली कटौती से परेशान जनता भी अब सरकार से जवाब चाहती है। ऐसे में कांग्रेस ने राज्य और केन्द्र सरकार की घेराबंदी करना शुरू कर दी है। इसी कड़ी में अब पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने केंद्र सरकार से मप्र के हिस्से का कोयले देने की मांग की है और मांग पूरी ना होने पर ‘कोयला यात्रा’ निकालने की बात कही है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि मैं केंद्र सरकार से मांग करता हूँ कि मप्र को उसके हिस्से का कोयला दो, नहीं तो हम जनता के हितों के लिए अपने हिस्से का कोयला लेकर रहेंगें, जिस तरह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी ने यूपीए सरकार के दौरान “कोयला यात्रा” निकाली थी, उसी तरह अब हम भी “कोयला यात्रा” निकाले।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी “कोयला यात्रा” निकालकर अपने हिस्से का कोयला लेगी, मैं शिवराज जी भी आग्रह करता हूं कि वो भी इसमें साथ रहे। मप्र के पास कोयले के भंडार भरे हुए है, एक तरफ तो सरकार कहती है, कोयले की कमी नहीं है दूसरी तरफ कोयला आयात करके बिजली महंगी करने का प्लान बना लिया है।