SATNA. एक महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने अपने आला अधिकारी से इस बात से नाराज हो गई कि अधिकारी ने यह पूछ लिया कि डायरी और ड्रेस के साथ क्यों नहीं आई। इतना पूछते ही महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता बिफर गई और अधिकारी को खूब खरी खोटी सुनाई। नाराज महिला यहीं नहीं रुकी। उसने अपनी पति को भी कार्यालय बुलाया। पति की नाराजगी दोगुनी थी। उसने तो सरकारी कागज ही फाड़ दिया। इसके बाद मामला थाने तक पहुँच गया। जानकारी के मुताबिक किरण सेन नामक आशा कार्यकर्ता मंथली वाउचर जमा करने बिना आशा डायरी एवं आशा ड्रेस के कार्यालय आई। जिला स्तरीय अधिकारी ने महिला से आशा डायरी एवं आशा ड्रेस में आने के लिए कहा गया तो इनके कार्यालय के जिला स्तरीय अधिकारी से अशोभनीय भाषा का उपयोग किया गया। जिसके पश्चात ऑफिस से बाहर जाने के लिये कहा गया। इस बात से नाराज आशा ने पति को बुलाकर कार्यालय में लेकर आई उसके पति सत्यनारायण सेन ने शासकीय कार्यालय में अभद्र भाषा का उपयोग किया एवं देख लेने की धमकी दी। इसकी जानकारी लगते ही सीएमएचओ ने सिटी कोतवाली पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के लिए शिकायती पत्र भेजा है।
शासकीय दस्तावेज फाड़े
अति महत्वपूर्ण भुगतान पत्रक जो वित्तीय कार्यालय में फाड़कर फेंका तथा अभद्र भाषा का प्रयोग एवं धमकी देते हुए आशा कार्यकर्ता का पति कार्यालय से बाहर चला गया। जबकि जिस भुगतान पत्रक को फाड़ा गया है। शासकीय दस्तावेज है। यह कार्यालय द्वारा ही दिया जाता है। इस बात को शासकीय दस्तावेज को छति पहुंचाने के लिहाजा आईपीसी की धारा 409 का उल्लंघन किया गया है। उक्त मामले पर सीएमएचओ ने सिटी कोतवाली पुलिस को प्रकरण दर्ज करने पत्राचार किया है। यही नहीं धारा 186 तथा 353 की उल्लंघन किया जाना माना गया है।
आशा कार्यकर्ता को शोकॉज
सीएमएचओ ने आशा कार्यकर्ता किरण सेन को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है। कारण बताओ नोटिस में एनएचएम कार्यालय में गठित जांच कमेटी के समक्ष पेश होकर पिछले तीन माह के कार्य के रिकॉर्ड एवं आशा डायरी प्रस्तुत करें। अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।