टीकमगढ़ (आमिर खान). मध्यप्रदेश सरकार सुशासन के नाम पर चाहे जितनी पीठ थपथपाए, पर जो जमीनी हकीकत है वह शर्मसार करने वाली है। शहर की इंद्रपुरी कॉलोनी की एक खास सड़क इसकी गवाही देती है। यहां 10 लाख रुपए से अच्छी खासी सीसी रोड पर डामरीकरण किया जा रहा है क्योंकि इस इलाके में शहर के रसूखदार और अमीर लोग रहते हैं, और नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारियों की ये जिम्मेदारी है कि जब शहर के रसूखदार लोग इस सड़क से अपनी महंगी गाड़ियों से गुजरे तो उन्हें किसी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े। जबकि शहर के दूसरों इलाकों की सड़कों पर पिछले 4-5 साल से पेंचवर्क तक नहीं किया गया है। वहां की सड़कों पर गड्ढे है या फिर गड्ढों में सड़क है मालूम नहीं चलता, क्योंकि शहर के दूसरे इलाकों में आम लोग रहते हैं। खास बात ये है कि सड़क बनाने से लेकर सड़क के लिए राशि स्वीकृत करने वाले अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से साफतौर पर इनकार कर रहे हैं।
10 लाख की सड़क, पर किसी को कुछ पता नहीं: इंद्रपुरी कॉलोनी में 1500 मीटर लंबी सीसी रोड पर डामरीकरण करके एक और परत चढ़ाई जा रही है। इसकी चौड़ाई 3 मीटर 75 सेंटीमीटर है। टीकमगढ़ नगरपालिका इसके लिए सरकार यानी टैक्सपेयर्स के 10 लाख रुपए खर्च कर रही है। ये सड़क किसकी अनुशंसा पर बन रही है? इसका टेंडर कब और किसने जारी किया? इसके लिए किस मद (बजट) का पैसा खर्च किया जा रहा है।
जब इस मामले में टीकमगढ़ नगरपालिका CMO रीता कलैसिया से पूछना चाहा तो उन्होंने साफतौर पर मीडिया से बात करने से इनकार दिया। उन्होंने कहा कि मैं कुछ भी नहीं बोलूंगी। आप मुझसे जबर्दस्ती नहीं कर सकते हैं। मैं बाइट नहीं दूंगी। आप कागज पर लिखकर ले लो।
दूसरे इलाकों में सड़क पर पेंचवर्क नहीं: इंद्रपुरी की सीसी रोड अच्छी खासी हालत में है, फिर भी इसपर डामरीकरण किया जा रहा है। जबकि नगरपालिका के अंतर्गत आने वाले वार्ड नंबर 23 में पिछले 5-6 सालों से सड़क नहीं है। इसकी वजह है कि यहां शहर के आम लोग रहते हैं। यहां राहगीरों को निकलने में काफी परेशानी होती है। इसके अलावा गड्ढों के चलते हादसे का डर भी रहता है। वाबजूद इसके नगरपालिका ने इसका निर्माण नहीं कराया है, ना ही किसी तरह का यहां पेंचवर्क किया गया। नगरपालिका के इस कारनामे से टीकमगढ़ में आम और खास में आज भी फर्क देखा जा सकता है।