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BHOPAL. इस बार नगरीय निकाय चुनावों में जितना घमासान मचा है उतनी ही राजनीतिक दलों ने सख्ती अपनाई है। बागियों की समस्या बीजेपी-कांग्रेस (BJP-Congress) दोनों दलों के सामने बराबर है लेकिन सत्ताधारी दल बीजेपी ने कार्रवाई बड़ी और कड़ी की है। बीजेपी ने अनुशासन के नाम पर समझौता न करने का संदेश देने के लिए 300 से ज्यादा बागियों को पार्टी से बाहर कर दिया। इस मामले में कांग्रेस सख्ती नहीं दिखा पाई। पार्टी के नेता मान मनौव्व्ल में लगे रहे। कांग्रेस ने अलग-अलग जिलों के 40 बागियों का निष्कासन (expulsion) किया है।
बीजेपी के सबसे ज्यादा बागी रीवा में
बीजेपी ने अब तक 300 से ज्यादा बागियों के खिलाफ अनुशासन की कार्रवाई की है। यहां रीवा शहर सहित जिले भर में 74 बागियों को पार्टी ने निष्कासित कर दिया गया है। नगरीय निकाय चुनावों के लिए प्रत्याशियों (candidate) की घोषणा के साथ ही बीजेपी को बगावत का सामना करना पड़ रहा है। पहले तो कार्यकर्ताओं की नाराजगी के कारण बीजेपी इस बार कई नगर निगमों के प्रत्याशी ही अंतिम समय तक तय नहीं कर पाई थी। इनके अलावा भोपाल के 14, इंदौर के 30, कटनी के 19, जबलपुर के 15, मंदसौर 14, अनूपपुर 19, विदिशा के 41 नेताओं और कार्यकर्ताओं को बाहर पार्टी से निष्कासित किया गया है।
बागियों को मनाया, नहीं माने तो निष्कासन की कार्रवाई
बीजेपी ने सभी जिलों और संभागों के प्रभारियों को भेजकर बागियों को मनाने की कोशिश की थी। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा सहित कई प्रदेश पदाधिकारियों ने भी बागियों से बात करके मैदान छोड़ने की समझाइश दी थी। बावजूद इसके प्रदेश भर में करीब 250 वार्डों में बीजेपी के बागी नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषद के चुनावों में डटे हुए हैं। जिलावार रिपोर्ट तलब करने के बाद पार्टी ने इन बागियों पर सख्ती दिखाते हुए निष्कासन की कार्रवाई तेज कर दी है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, कटनी, सागर, सिंगरौली, खंडवा के बाद पार्टी रीवा नगर निगम और निकायों के बागियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
चाहकर भी सख्ती नहीं दिखा पाई कांग्रेस
बागियों ने कांग्रेस की राह में कांटे जरुर बिछा दिए हैं लेकिन कांग्रेस बागियों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई नहीं कर पाई। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने तो सार्वजनिक तौर पर कह दिया कि जिन्होंने परचे नहीं निकाले उनको पार्टी से निकाल देना चाहिए लेकिन फिर भी कांग्रेस बमुश्किल 40 लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर पाईं। नीमच नगर पालिका में नौ बागियों का निष्कासन किया गया जबकि नगर परिषद जीरन में दो कार्यकर्ताओं को अधिकृत उम्मीदवार के विरुद्ध चुनाव लडने की वजह से पार्टी से निष्कासित किया गया हैं। जबलपुर जिला कांग्रेस कमेटी ने पार्टी से बागी होकर नगर पालिका परिषद का चुनाव लड़ने वाले 5 कार्यकर्ताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस के 11 बागी प्रत्याशियों को पार्टी ने छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इसके अलावा भोपाल में भी कुछ कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है।