Bhopal. मध्यप्रदेश में बिजली संकट बढ़ता ही जा रहा है। कई जिलों में 8 से 12 घंटे तक की अघोषित कटौती की जा रही है। किसानों और लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहरों में 3 से ज्यादा बार कटौती हो रही है, वहीं ग्रामीण इलाकों में हाल-बेहाल हैं। शिवपुरी और जबलपुर में भी अघोषित बिजली कटौती हो रही है। पाटन विधानसभा से बीजेपी विधायक अजय विश्नोई ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर मांग की है कि अगर बिजली कटौती जरूरी ही है तो इसे शेड्यूल कर दिया जाए। अघोषित बिजली कटौती न की जाए।
बीजेपी विधायक एवं पूर्व मंत्री@AjayVishnoiBJP ने ग्रामीण क्षेत्रों में अघोषित बिजली कटौती से हो रही परेशानी के लिए मुख्यमंत्री @ChouhanShivraj को लिखा पत्र। कहा, यदि बिजली उत्पादन में कमी से कटौती जरूरी तो उसका नियमित शेड्यूल जारी करवा दें। @Energy_MPME @PradhumanGwl
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— TheSootr (@TheSootr) April 18, 2022
अजय विश्नोई ने सीएम शिवराज को लिखा पत्र
पाटन विधानसभा से बीजेपी विधायक अजय विश्नोई ने पत्र में लिखा है कि विद्युत उत्पादन कम हो रहा है। विद्युत आपूर्ति बाधित हो रही है। अनियमित लोड शेडिंग हो रही है। ग्रामीण जनजीवन और खेती दोनों ही प्रभावित हो रही है। जनाक्रोश बढ़ता जा रहा है। अनुरोध है कि लोड शेडिंग यदि जरूरी ही है तो उसे शेड्यूल करवा दें।
2 हजार मेगावाट कम मिल रही बिजली
MP में कोयले की कमी से बिजली संकट गहराता ही जा रहा है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर कह चुके हैं कि मध्यप्रदेश को 12 हजार मेगावाट बिजली की जरूरत है। रोज 10 हजार मेगावाट बिजली मिल रही है जिसकी वजह से कई जिलों में कटौती की जा रही है। इसका मतलब ये हुआ कि जब तक 2 हजार मेगावाट बिजली कम मिलेगी, इसी तरह बिजली कटौती होती रहेगी।