भोपाल। विधानसभा (Assembly) में बीजेपी विधायक उमाकांत शर्मा (BJP MLA Umakant Sharma) ने ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। विदिशा (Vidisha) जिले की सिरोंज विधानसभा सीट से विधायक उमाकांत शर्मा जनपद सीईओ सिरोंज (District CEO Sironj) को हटाने की मांग पर अड़ गए। उन्होंने अपात्रों विवाह सहायता राशि वितरित किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि योजना में घोटाला (Scam) हुआ है। 25-25 हजार रुपए लेकर राशि वितरित कर दी गई। जिसके लिए सीधे तौर पर जनपद सीईओ दोषी हैं। मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह (Minister Brijendra Pratap Singh) के जवाब से शर्मा संतुष्ट नहीं हुए। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम (President Girish Gautam) ने मंत्री से कहा कि प्रदेश स्तर के अधिकारियों की टीम बनाकर जांच कराई जाए।
2 साल में हो गई 6 हजार शादियां
विधायक उमाकांत शर्मा के सवाल का जवाब देते हुए सरकार ने बताया कि मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में पंजीकृत निर्माण श्रमिकां की बेटियों के विवाह हेतु 1 अप्रैल 2019 से अब तक सिरोंज ब्लॉक में ही 5976 हितग्राहियों को करीब 30 करोड़ 40 लाख रुपए वितरित किए गए है। यानि अकेले सिरोंज ब्लॉक में 2 साल के अंदर करीब 6 हजार शादियां हो गई।
अध्यक्ष भी हैरत में पड़ गए
मामले में एक तरफ विधायक उमाशंकर शर्मा भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे थे। दूसरी तरफ विधानसभा अध्यक्ष भी सरकार का जवाब पढ़कर हैरत में पड़ गए। उन्होंने भी मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह से पूछा कि एक ही ब्लॉक में इतनी शादियां कैसे हो सकती हैं। मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि शादियां पहले हो गई थी। रजिस्ट्रेशन बाद में हुआ है। मंत्री ने कहा कि जनपद सीईओ के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। लेकिन शर्मा उस जांच से भी संतुष्ट नहीं हुए।
सीईओ बहुत मेंटेन करते है
विधायक उमाकांत शर्मा ने जनपद सीईओ पर उच्च अधिकारियों से सांठगाठ करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जांच में कुछ भी सामने नहीं आएगा, क्यों कि सीईओ बहुत मेंटेन करते है। जिसके चलते विधानसभा अध्यक्ष ने मंत्री को निर्देश दिए कि प्रदेश स्तर की टीम बनाकर जांच कराई जाए।
द-सूत्र ऐप डाउनलोड करें :
द-सूत्र को फॉलो और लाइक करें:
">Facebook | Twitter | Instagram | Youtube