Bhopal: नगरीय निकाय चुनावों को लेकर रणभेरी बच चुकी है। आज से नामांकन प्रक्रिया शुरु हो गई है। एक ओर कांग्रेस ने रतलाम छोड़कर सभी नगर निगमों के लिए महापौर पद के उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया तो वहीं भाजपा कीओर से अभी तक महापौर उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की गई है। प्रदेश में 16 नगर निगम हैं। भाजपा अभी तक किसी भी नगर निगम के लिए मेयर का चेहरा तय नहीं कर पाई है। सभी स्थानों पर बड़ी संख्या में दावेदार साममे आ रहे हैं जिससे पार्टी को उम्मीदवार चुनने में पसीना आ रहा है। भोपाल में मेयर प्रत्याशी के लिए सबसे ज्यादा घमासान मचा है। पार्टी ने एक नाम पर सहमति बनाने के लिए सरकार और संगठन के नेताओं को बुलाया था। मेयर के नाम को लेकर बंद कमरे में सांसद, विधायक, जिलाध्यक्ष के साथ वन टू वन बैठक की गई।
इसमें विधायकों की तरफ से मालती राय का नाम सुझाया गया है, जबकि संगठन दूसरा विकल्प भी तलाश रहा है। ऐसे में कोई चौंकाने वाला चेहरा भी सामने आ सकता है। भोपाल के मेयर के टिकट के लिए प्रदेश भाजपा कार्यालय में ढाई घंटे बैठक चली। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने वन टू वन बैठकें ली। सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, मंत्री विश्वास सारंग, विधायक रामेश्वर शर्मा, कृष्णा गौर और जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी के साथ वन टू वन बंद कमरे में संभावित नामों पर चर्चा हुई। पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता और प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक शर्मा से भी सलाह ली गई। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने बुलाई बैठक
ढाई घंटे सांसद, विधायक और जिलाध्यक्ष के साथ बंद कमरे में नाम पूछे गए। बैठक में तीनों विधायक बोले- नए चेहरे को लाने पर फंस सकता है चुनाव
विधायक बोले- नॉन पॉलिटिकल चेहरा स्वीकार नहीं करेंगे कार्यकर्ता।
बैठक में तीनों विधायकों ने प्रत्याशी के लिए मालती राय के नाम पर सहमति जताई है। इसके पीछे तर्क दिया है कि वे पुरानी कार्यकर्ता है। दो चुनाव लड़ चुकी है। किसी नए चेहरे को लाने पर कार्यकर्ता स्वीकार नहीं करेंगे, जिससे चुनाव फंस सकता है। कोई नॉन पॉलिटिकल चेहरा कार्यकर्ताओं के गले नहीं उतरेगा। केवल 15 दिन प्रचार होगा।
भाजपा कोर ग्रुप की आज बैठक
संगठन की तरफ से कहा गया कि मालती दो बार पार्षद का चुनाव हार चुकी है। राजो मालवीय मेयर का चुनाव विभा पटेल से हार चुकी है। पार्टी विधायक को टिकट नहीं देने का मन बना चुकी है, जिसके चलते कृष्णा गौर दौड़ से लगभग बाहर है। बैठक के बाद किसी दूसरे विकल्प के लिए चर्चा हुई।
भाजपा कोर ग्रुप की बैठक शनिवार शाम 6 बजे होगी। कोर ग्रुप की बैठक में सभी 16 नगर निगम में मेयर के प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा होगी। बैठक में यह तय होगा कि मेयर और पार्षद पद के उम्मीदवार किस क्राइटेरिया के आधार पर चुने जाएंगे। इसमें उम्रदराज चेहरे, परिवारवाद, तीन बार के पार्षद, आरक्षण के चलते दूसरे वार्ड से लड़ाने जैसे विषयों पर बात होगी। इसी क्राइटेरिया के तय के बाद संभागीय समिति में पार्षद प्रत्याशी तय होंगे।