टीकमगढ़. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भले ही भू-माफियाओं पर सख्ती की बात कहते हों, पर हकीकत में ऐसा दिखता नहीं। टीकमगढ़ (Tikamgarh) में एक महिला एएसआई माया जैन के प्लॉट (ASI Maya jain plot) पर बीजेपी नेता के कब्जे का मामला सामने आया है। माया ने 2013 में लोन पर 3600 वर्गफीट का एक प्लॉट खरीदा था। बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री राहुल तिवारी और उनके पिता राजेंद्र तिवारी द्वारा महिला एएसआई को प्लॉट पर मकान बनाने नहीं दिया जा रहा है। जब भी वह मकान बनवाने के लिए काम लगाती हैं, तो दबंग नेता निर्माण स्थल पर तोड़-फोड़ कर देते हैं। पीड़ित ने इसकी शिकायत टीकमगढ़ के कलेक्टर-एसपी से लेकर प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma), केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार, प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj) और प्रदेश के राज्यपाल तक से की। लेकिन कार्रवाई के नाम पर केवल आश्वासन मिला है।
ASI माया ने यह प्लॉट लोन पर एसएल अहिरवार से खरीदा था। बीजेपी नेताओं के रसूख के कारण सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) पर की गई शिकायत पर भी सुनवाई नहीं हो रही। बीजेपी के स्थानीय नेता पीड़ित के प्लॉट को अपना बताते रहे हैं। जबकि जिससे जमीन खरीदी गई, वह स्वीकार रहा है कि यह प्लॉट महिला एएसआई का ही है। ASI के पास उसके पूरे कागजात भी हैं।
ये है पूरा मामला: टीकमगढ़ के एसपी कार्यालय में एएसआई पद पर तैनात माया जैन ने 2013 में एसएल अहिरवार के जमीन खरीदी। यह जमीन शहर के भगतनगर इलाके में है। खसरा नंबर 31/27 का एक प्लॉट था, जो 3600 वर्गफीट का है। इसमें 66 आरे जमीन है। माया ने इसके लिए उन्होंने 40 लाख से ज्यादा का लोन लिया था। इसके बाद जमीन विक्रेता एसएल अहिरवार ने 6 महीने बाद इसी (माया जैन के) प्लॉट से लगी हुई जमीन राजेंद्र तिवारी को बेची थी। यह बात जमीन विक्रेता ने द सूत्र के रिपोर्टर से कैमरे के सामने कही। माया जैन के पास जमीन की रजिस्ट्री और नामांतरण के डॉक्युमेंट्स हैं। इन सब के बावजूद पीड़ित ने जब-जब मकान के निर्माण का काम लगाया, तब-तब बीजेपी नेता ने बदंगई अंदाज में काम को रुकवा दिया।
राजनीतिक रसूख का फायदा उठा रहे नेता: महिला एएसआई ने पहली बार 17 फरवरी 2021 को अपनी प्लॉट पर काम लगाया था। मौके पर राजेंद्र तिवारी और राहुल तिवारी ने पहुंचकर काम रुकवा दिया था। इसके बाद विवाद की स्थिति बनी। इसी तारीख को रात 9 बजे पीड़ित के पास पवन जैन नाम के एक व्यक्ति का धमकी भरा फोन आया। इसकी शिकायत अगले दिन टीकमगढ़ देहात थाने में दर्ज कराई गई थी। माया ने कोर्ट में 23 फरवरी 2021 को सीमांकन और बंटवारे का आवेदन दिया था। इसके बाद नायब तहसीलदार टीम लेकर विवादित जमीन पर पहुंचे थे। लेकिन राजनैतिक दबाव के कारण सीमांकन नहीं हो पाया।
17 जून 2021 माया जैन ने एक बार फिर मकान निर्माण के लिए काम लगाया। इस बार आरोपियों ने जीसीबी मशीन से निर्माण कार्य को गिरा दिया। इसकी शिकायत 100 डायल पर की गई। मौके पर पुलिस पहुंची भी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद माया जैन उसी विवादित जमीन के 22 आरे हिस्से पर मकान बनवाने में कामयाब हुईं। माया जैसे ही शेष जमीन पर निर्माण कार्य करवाने की कोशिश करती हैं, वैसे ही राहुल तिवारी आपने लोगों को लेकर विवाद करने पहुंच जाता हैं। इस दौरान आरोपियों ने माया को कई बार जान से मारने की धमकी भी दी।
नहीं हो रही सुनवाई: माया जैन ने मामले की शिकायत टीकमगढ़ थाना देहात से शुरू की थी। इसके बाद वह एसपी से मिली और लिखित शिकायत दी। जब कुछ नहीं हुआ, तो कलेक्टर के पास पहुंचीं। यहां भी कुछ नहीं हुआ। तब क्षेत्रीय सांसद और केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार से मिलीं और लिखित में गुहार लगाई। मंत्री जी से एक नहीं, दो नहीं, कई बार गुहार लगाई, लेकिन कुछ नहीं हुआ। माया ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और खजुराहो से सांसद वीडी शर्मा से मिलने का कई बार प्रयास किया, लेकिन शर्मा ने समय नहीं दिया। इसके बाद माया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की और पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया, पर आश्वासन ही मिला। इसके बाद पीड़ित राज्यपाल की शरण में पहुंची। उनसे राजभवन में मिलकर पूरी बात बताई, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद टीकमगढ़ के प्रभारी मंत्री से इंसाफ की गुहार लगाई। लेकिन न्याय है कि मिल ही नहीं रहा।
मंत्री सिर्फ ये बोले: 17 जनवरी को मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार के निवास पर प्रभारी मंत्री विश्वास कैलाश सारंग से माया ने न्याय मांगा। उन्होंने रोते हुए मंत्री से कहा- सर मेरी जमीन है, मैंने अपनी नौकरी के दौरान बच्चों को पढ़ाने-लिखाने के साथ ही किस्तों पर एक प्लॉट खरीदा था। इसकी बाकायदा रजिस्ट्री, नामांतरण के अलावा अन्य सभी दस्तावेज हैं, लेकिन मुझे बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री राहुल तिवारी और उनके पिता राजेंद्र तिवारी द्वारा अपना घर नहीं बनाने दिया जा रहा। सर, मेरी विनती सुन लीजिए। कलेक्टर महोदय यहीं हैं। उनसे बोल दीजिए। सर, मैंने जब भी मकान बनाना चाहा तो बीजेपी नेता ने तोड़ दिया। जब मैंने इसका विरोध किया, तो मुझे ट्रांसफर कराने और मेरे पति को हरिजन एक्ट में फंसवाने की धमकी दी गई। इस पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि मैं मामले को दिखवाता हूं और इतना कहकर पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिलने लगे।
सीएम हेल्पलाइन से भी न्याय नहीं मिला: माया ने 16 सितंबर 2021 को इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर भी की थी। शिकायत दर्ज करवाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। द सूत्र के रिपोटर ने इस पूरे विवाद पर कलेक्टर से बात करनी चाही, लेकिन हो नहीं सकी। उन्हें वॉट्सऐप पर मैसेज किया, जिसका जवाब नहीं दिया गया। द सूत्र ने जब आरोपियों (राहुल तिवारी और पिता राजेंद्र तिवारी) से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि हम कोई जवाब नहीं देना चाहते। हमारे ऊपर लगाए सारे आरोप गलत है। आप खबर चला भी दोगे तो क्या हो जाएगा।
(टीकमगढ़ से आमिर खान की रिपोर्ट।)