कमलेश सारडा, Neemuch. नगरीय निकाय चुनाव में मध्यप्रदेश में बीजेपी संगठन ने टिकट वितरण में मोर्चे की महिलाओं की घोर उपेक्षा की है। महिला आरक्षित वार्डों में टिकटों की बंदरबांट कर अयोग्य और अपात्र महिलाओं को मैदान में उतारा है। नीमच बीजेपी महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष मीना जायसवाल ने बताया कि मध्यप्रदेश बीजेपी संगठन ने नगरीय निकाय चुनावों में 50 प्रतिशत आरक्षण महिला उम्मीदवारों के लिए करने का जो दृढ़ निश्चय किया था उस पर बीजेपी खरी उतरी है। नीमच में नगरीय निकाय चुनावों में मुद्दे पर मोर्चे की महिलाओं की उपेक्षा की गई है।
महिला मोर्चा की महिलाओं की मंशा पर फिरा पानी
नीमच, जावद, मनासा, नयागांव, रामपुरा, सिंगोली, सरवानिया महाराज, रतनगढ़, कुकड़ेश्वर की परिषदों में कुल 205 वार्ड हैं। इस संस्था की आधी अर्थात लगभग 103 वार्ड में महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। सरसरी तौर पर देखने से तो ये सब पार्टी गाइडलाइन के अनुसार ही दिख रहा है लेकिन वास्तविकता बिलकुल अलग है क्योंकि बीजेपी संगठन में प्रदेश संभाग जिला और तहसील स्तर पर महिला मोर्चा सक्रिय है जो पार्टी हित में एकजुट होकर संगठन का कार्य करती है ऐसे में प्रत्येक स्तर के महिला मोर्चा की महिलाओं की भी मंशा होती है कि प्रत्यक्ष चुनावों में उन्हें भी वार्ड प्रतिनिधित्व करने के लिए पार्टी टिकट पर चुनाव लड़ने का मौका दें।
निकाय चुनाव में मोर्चे की महिलाओं की उपेक्षा
बीजेपी महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष मीना जायसवाल ने बताया कि नीमच जिले में नगरीय निकाय चुनावों में मुद्दे पर मोर्चे की महिलाओं की उपेक्षा की गई है। कोर समिति में 50 प्रतिशत महिलाओं को टिकट दिए जाने थे लेकिन कोर समिति के पदाधिकारियों में एक भी महिला को सम्मिलित नहीं किया गया और महिला मोर्चा की पदाधिकारी सदस्यों की पूरी तरह उपेक्षा कर दी गई।
आपस में टिकटों का बंदरबांट
जिले की अन्य नगर परिषदों के महिलाओं के लिए आरक्षित वार्डों से सक्रिय महिलाओं ने अपनी दावेदारी जताई और आवेदन भी दिए। मोर्चे की सक्रिय महिलाओं में से ही वार्ड पार्षद के लिए महिला आरक्षित सीट से बीजेपी टिकिट देने का अनुरोध किया लेकिन बीजेपी जिलाध्यक्ष, विधायक और कोर समिति की हठधर्मिता के चलते पूरी तरह आपस में ही बंदरबांट कर टिकट दिए गए। कोर समिति के पदाधिकारियों ने अपने ही पारिवारिक महिला सदस्यों को टिकट दे दिए जो ऐसी महिलाएं हैं कि उन्हें बीजेपी कार्यालय का भी पता नहीं मालूम है और बीजेपी की नीति-रीति का भी ज्ञान नहीं है। ऐसी महिलाओं की उपलब्धि केवल इतनी है कि उनके परिवार के किसी न किसी पुरुष सदस्य की इन पार्टी टिकट वितरक नेताओं से अच्छी नजदीकी है। इस तरह से टिकट वितरण से महिला मोर्चा का अस्तित्व संकट में आ गया है बल्कि जिले के बीजेपी नेताओं की कथनी और करनी में भी अंतर है। बीजेपी मोर्चा जिला अध्यक्ष मीना जायसवाल ने पीएम, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष, सीएम शिवराज और वीडी शर्मा को पत्र लिखकर जानकारी दी और महिला मोर्चा की महिलाओं की अनदेखी रोकने की मांग की।