Rewa. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव(three tier panchayat elections) के दूसरे चरण में भी बीजेपी की गिरावट का सिलसिला बदस्तूर जारी है। जिला पंचायत के 12 वार्डो के लिए 1 जुलाई को पड़े मतों की गणना में बीजेपी के 7 में से 5 उम्मीदवारों की चुनावी नैया डूब गई। गनीमत की बात यह है कि गुढ़ विधायक नागेन्द्र सिंह के भतीजे प्रणव सिंह और कृष्णदत्त शुक्ला बमुश्किल पार लग पाए। प्रथम चरण में भी दो ही उम्मीदवार जीते थे। पंचायत चुनाव(Panchayat Election) के नतीजे से जहां बीजेपी में हलचल तेज हो गई है। वहीं कांग्रेस का मनोबल ऊपर उठने लगा है।
गौरतलब है कि शुक्रवार 1 जुलाई को रीवा,रायपुर कर्चुलियान और गंगेव जनपद क्षेत्र में ग्राम पंचायत,जनपद पंचायत एवं जिला पंचायत वार्डो (Janpad Panchayat and Zilla Panchayat Wards)में वोट डाले गए थे। मतदान के ठीक बाद मतपत्रों के सारणीकरण एवं गणना का काम शुरू हो गया। देर रात तक चली गणना में जिला पंचायत के तीनों जनपदों अन्तर्गत कुल 12 वार्ड थे, जिसके लिए डाले गए वोटों की भी गणना कर ली गई। हालांकि अधिकृत तौर पर परिणाम की घोषणा 15 जुलाई को की जाएगी।
विधायक ने बचा ली शाख
बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशी प्रणव सिंह(Candidate Pranav Singh) को करीब 800 वोटों के अंतर से बढ़त दिलाकर जिला पंचायत में उपाध्यक्ष की कुर्सी की दावेदारी ठोंक दी। प्रणव सिंह गुढ़ विधायक के भतीजे बताए जाते है। बीजेपी की नैया पार लगाने में वार्ड 19 के प्रत्याशी कृष्णदत्त शुक्ला(krishnadutt shukla) भी सफल रहे।
इनकी हुई हार
बीजेपी के जिन घोषित उम्मीदवारों की पराजय हुई है उनमें वार्ड 13 से निशा साकेत, वार्ड 14 से सपना सिंह कांग्रेस के विनय मिश्रा से बुरी तरह पराजित हो गई। इसके अलावा वार्ड 15 से बीजेपी के किसान मोर्चा के जिला महामंत्री विशम्भर पटेल भी कम्युनिष्ट नेता लालमणि त्रिपाठी से भारी मतों के अंतर से पिछड़ गए। यही हाल वार्ड 13 से शैलेन्द्र सिंह (Shailendra Singh)एवं वार्ड 18 से बीजेपी के उम्मीदवार रहे संजय दुबे का भी रहा। जिला पंचायत का चुनाव का दूसरा चरण यह संकेत है कि नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी के लिए मुश्किले खड़ी हो सकती है।