GWALIOR: अंततः एक वोट से बीजेपी के मनोज तोमर नगर निगम में सभापति बने, नरेंद्र तोमर के समर्थक हैं, कामयाब रही सांसद की रणनीति

author-image
Dev Shrimali
एडिट
New Update
GWALIOR: अंततः एक वोट से बीजेपी के मनोज तोमर नगर निगम में सभापति बने, नरेंद्र तोमर के समर्थक हैं, कामयाब रही सांसद की रणनीति

Gwalior. ग्वालियर मेयर पद (gwalior mayor post) पर 57 वर्षो बाद शर्मनाक हार का सामना कर चुकी बीजेपी परिषद में अपना सभापति का पद बचाने में सफल रही । इस पद पर बीजेपी ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और सांसद विवेक शेजवलकर(Union Agriculture Minister Narendra Tomar and MP Vivek Shejwalkar) के नजदीकी वार्ड 55 के प्रत्याशी मनोज तोमर(Manoj Tomar) को अपना प्रत्याशी बनाया, जबकि कांग्रेस ने लक्ष्मी सुरेश गुर्जर(Laxmi Suresh Gurjar) को मैदान में उतारा । इस कांटे के मुकाबले में बीजेपी प्रत्याशी 34 मत पाकर विजयी हुए जबकि कांग्रेस उम्मीदवार महज एक वोट से चुनाव हार गई। पीठासीन अधिकारी कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने तोमर को निर्वाचित घोषित कर दिया।



सांसद ने संभाली कमान 



आपसी खींचतान में मेयर पद गंवा चुकी बीजेपी ने इस बार सभापति चुनाव की कमान सांसद विवेक नारायण शेजवलकर को सौंपी थी । दिल्ली में वे पार्षदों के साथ रहे और हाईकमान के आदेश पर वे संसद छोड़ ग्वालियर पहुंचे और प्रत्याशी चयन से लेकर निर्वाचन प्रक्रिया तक मौजूद रहे । पार्षदों को एकजुट रखने में उन्होंने महती भूमिका अदा की और परिणाम घोषित होते ही वे जल विहार से ही सीधे दिल्ली निकल गए।



प्रत्याशी को लेकर हुई खींचतान 



बीजेपी में अंतिम समय तक प्रत्याशी के नाम को लेकर जमकर खींचतान हुई । सिंधिया समर्थक हरि पाल या अनिल सांखला को सभापति बनाना चाहते थे लेकिन इस बार बीजेपी किसी भी कीमत पर यह पद सिंधिया समर्थक को न देने की गोलबंदी कर ली थी । सुबह नामांकन के पहले सिंधिया समर्थकों ने सोशल मीडिया पर सांखला के नाम का ऐलान भी कर दिया लेकिन आखिरी क्षण में शेजवलकर ने मनोज तोमर के नाम का ऐलान कर दिया। लंबी रस्साकसी और कांग्रेस और बीजेपी के पार्षद दिल्ली और ओरछा में बाड़ा बंदी के बाद देर रात ग्वालियर लौट आये। आज  आखिरकार सभापति पद को लेकर चल रहा  सस्पेंस खत्म हो गया  । बीजेपी मेयर पद हारने के बाद वह सभापति पद बचाने में कामयाब रही। उसके पास 34 से ज्यादा का जादुई आंकड़ा था  लेकिन क्रॉस वोटिंग से भयभीत थी । कांग्रेस के पास केवल 29 वोट थे लेकिन उसे क्रॉस वोटिंग का सहारा था। कांग्रेस अपनी संख्या से आठ वोट अधिक लाने में कामयाब रही लेकिन एक वोट क्रॉस नही करा पाई और हार गई जबकि बीजेपी 37 पार्षदों को लेकर दिल्ली गई थी लेकिन उसे वोट सिर्फ 34 मिले। परिषद में कुल 66 पार्षदो और एक महापौर ने मतदान किया।



पहले सत्र का आयोजन हुआ 



 मध्यप्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1956 की धारा-18 के अंतर्गत नगर पालिका निगम परिषद ग्वालियर के अध्यक्ष (स्पीकर) एवं धारा-403 की उपधारा-4 के अंतर्गत अपील समिति के चार सदस्यों के निर्वाचन हेतु नवनिर्वाचित महापौर तथा पार्षदों का प्रथम सम्मेलन 5 अगस्त 2022 को प्रात: 10 बजे से नगर निगम परिषद कार्यालय जलविहार फूलबाग में नियत किया गया  था।  कलेक्टर एवं पीठासीन अधिकारी जिला ग्वालियर  कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने जारी सूचना पत्र में स्पष्ट किया था कि अध्यक्ष (स्पीकर) का निर्वाचन मध्यप्रदेश नगर पालिका निगम अध्यक्ष (स्पीकर) का निर्वाचन नियम 1998 के अनुसार होगा। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 5 अगस्त यानी आज  प्रात: 10.30 बजे से 11 बजे तक नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत किए जाने का समय निर्धारित किया गया । इसमे सिर्फ दो ही नामांकन भरे गए और जांच में दोनो वैद्य पाए गए। इसके बाद मतदान हुआ और मतगणना के बाद बीजेपी प्रत्याशी मनोज तोमर को सभापति निर्वाचित घोषित कर दिया गया।



अपील समिति का निर्वाचन जारी



अपील समिति के चार सदस्यों का निर्वाचन मध्यप्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1956 की धारा-403 की उपधारा-4 के अंतर्गत अनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के अनुसार एकल संक्रमणीय मत द्वारा किया जायेगा। इसके लिये नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत किए जाने का समय दोपहर 1.30 बजे से 2.30 बजे तक रहेगा। नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा दोपहर 2.30 बजे से अपरान्ह 2.45 बजे तक, अभ्यर्थी द्वारा नाम वापसी का समय अपरान्ह 2.45 बजे से 3 बजे तक, निर्वाचन की स्थिति में मतदान का समय अपरान्ह 3 बजे से 3.45 बजे तक, मतगणना का समय अपरान्ह 3.45 बजे से प्रारंभ होगा और मतगणना के पश्चात परिणाम की उदघोषणा की जायेगी। नगर पालिका निगम ग्वालियर के अपील समिति के चार सदस्यों के निर्वाचन हेतु आवेदन पत्र उपरोक्तानुसार प्राप्त किए जाकर निर्वाचन की कार्रवाई उसी दिन को की जायेगी। 

 



कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही 



तदान को देखते हुए जल विहार में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी । अंदर सिर्फ़ पार्षदों को ही प्रवेश दिया गया । बाहर सांसद विवेक शेजवलकर,प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न तोमर ,बीजेपी के जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी ,कांग्रेस विधायक डॉ सतीश सिकरवार, जिला कांग्रेस अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा,प्रदेश कोषाध्यक्ष अशोक सिंह सहित बड़ी संख्या में नेता मौजूद रहे।



आखिरी में ही खोले पत्ते



कांग्रेस और बीजेपी दोनो ने इस बार प्रत्याशी के नाम की घोषणा में काफी गोपनीयता बरती। नामांकन के बाद ही लोगों को पता चल सका कि प्रत्याशी कौन है । हालांकि मनोज तोमर का नाम शुरू से ही चर्चा में था और सबसे पहले था। माना जा रहा था कि अगर नरेंद्रrतोमर और सिंधिया की चली तो मनोज का ही नाम घोषित होगा लेकिन कांग्रेस ने लक्ष्मी गुर्जर का नाम घोषित कर सबको चौंका दिया।



देर रात लौटे नवनिर्वाचित पार्षद



क्रॉस वोटिंग से भयभीत बीजेपी अपने पार्षदों को लेकर रेवाड़ी के एक रिसॉर्ट्स में बाड़ाबंदी करके बैठी थी । वहां पार्षदों की पहले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भेंट कराई गई फिर नरेंद्र सिंह तोमर से । इस दौरान सांसद विवेक नारायण शेजवलकर भी मौजूद रहे। रात दस बजे बीजेपी अपने पार्षदों को लेकर ग्वालियर पहुंची । रास्ते में उन्हें मथुरा-वृंदावन में दर्शन भी कराए गए। ग्वालियर  आकर भी उन्हें बाड़ा बंदी से मुक्ति नही मिली । उन्हें सीधे शहर से बाहर स्थित आदित्याज़ होटल ले जाकर वहीं ठहराया गया जहां से आज उन्हें सीधे वोट डालने ले जाया गया। कांग्रेस ने अपने पार्षदों की ओरछा के एक होटल में बाड़ाबंदी कर रखा था । शाम को सभी रामराजा मंदिर में दर्शन करने पहुंचे और वही से सीधे ग्वालियर के लिए रवाना हुए। रास्ते में सभी को पीताम्बरा पीठ और जौरासी हनुमान मंदिर पर बस रोककर दर्शन कराए गए और फिर सीधे सिटी सेंटर स्थित होटल सेंट्रल पार्क लाकर ठहराया गया जहां से सब सीधे वोट डालने ही निकले।


Gwalior Gwalior Municipal Corporation gwalior nagar nigam Manoj Tomar Gwalior nagar nigam chairman ग्वालियर ग्वालियर मेयर चुनाव ग्वालियर निगम सभापति चुनाव मनोज तोमर सभापति चुनाव को लेकर घमासान रोमांचत बना सभापति चुनाव सभापति पर बीजेपी का कब्जा