BHOPAL. निकाय चुनाव में बागियों के सुर बुलंद हैं। इन सुरों ने सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी दल कांग्रेस, दोनों दलों के नेताओं की नींद उड़ा दी है। बीजेपी की चुनाव प्रबंध समिति मैदान में आ गई है तो कांग्रेस की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को समन्वय का जिम्मा सौंपा गया है। बीजेपी बागियों पर कार्रवाई की तैयारी कर रही है तो दिग्विजय सिंह अभी भी कार्यकर्ताओं की मान मनौव्व्ल में जुटे हैं।
100 से ज्यादा का होगा निष्कासन
बीजेपी ने कहा था कि जो कार्यकर्ता पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ेगा, उसका निष्कासन स्वत: मान लिया जाएगा। अब इस सिद्धांत को अंजाम दिया जा रहा है। स्थानीय निकाय चुनाव प्रबंध समिति के सदस्य भगवानदास सबनानी ने कहा कि बागियों को एक मौका और दिया गया है। जो कार्यकर्ता पार्टी के समर्थन में आगे आते हैं और वे ये लिखकर देते हैं तो उनको पार्टी से बाहर नहीं किया जाएगा लेकिन जो लोग अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। सूत्रों की मानें तो पार्टी ने सौ से ज्यादा बागी कार्यकर्ताओं की सूची तैयार की है। जल्द ही इनको पार्टी से निष्कासित कर दिया जाएगा।
मन की बात और बूथ विजय संकल्प
बीजेपी नेता एक बार फिर बूथ विजय संकल्प अभियान करने जा रहे हैं। सभी बड़े नेता बूथ पर जाएंगे और वहां पर कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे। अगले पांच दिन तक ये प्रोग्राम चलेगा। बूथ प्रबंध समिति ने इसकी कमान संभाल रखी है। पार्टी को भितरघात का भी खतरा है। सूत्रों की मानें तो पार्टी को ये आशंका है कि जिन कार्यकर्ताओं ने परचा निकाल लिया है वे कहीं अंदरूनी तौर पर नाराज हुए तो इसका खामियाजा पार्टी को उठाना पड़ेगा। बूथ विजय संकल्प इसी भितरघात को रोकने के लिए किया जा रहा है। प्रबंध समिति के संयोेजन उमाशंकर गुप्ता कहते हैं कि पार्टी नेता बूथ पर जाकर कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और उनको निकाय चुनाव में जीत का संकल्प दिलाएंगे।
जो मान गए उनका बढ़ेगा मान
वहीं कार्यकर्ताओं को एक सूत्र में पिरोने का जिम्मा कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह ने संभाल लिया है। जिन कार्यकर्ताओं ने परचा निकालकर कांग्रेस का समर्थन किया है यानी जो मान गए हैं उनका मान बढ़ाने दिग्विजय भोपाल की सड़कों पर निकले। कार्यकर्ताओं के घर—घर जाकर उनका आभार जता रहे हैं। कहीं कार्यकर्ताओं के घर चाय पी रहे हैं कहीं नाश्ता भी कर रहे हैं। कांग्रेस की तरफ से कार्यकर्ताओं को ये भी कहा जा रहा है कि जो पार्टी के साथ आए हैं उनको आगे भी आने वाले चुनावों में अहम जिम्मेदारियां दी जाएंगी।