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UJJAIN. उज्जैन में सावन के पहले सोमवार को बाबा महाकाल की शाही सवारी निकली। महाकाल ने मनमहेश के रूप में भक्तों को दर्शन दिए। चांदी की सवारी में विराजमान होकर बाबा महाकाल नगर भ्रमण पर निकले, पुलिस बैंड ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। परंपरा के मुताबिक सभा मंडप में महाकाल का मनमहेश के रूप में पूजन किया गया। कलेक्टर आशीष सिंह ने पूरे परिवार के साथ पूजा-अर्चना की। इसके बाद शिप्रा तट की ओर पालकी रवाना हुई।
जय महाकाल...#UJJAIN: सावन के पहले #सोमवार पर बाबा महाकाल की सवारी निकली। मनमहेश स्वरूप में दिए भक्तों को दर्शन। पुलिस बैंड ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर। दो साल बाद पुराने रूट से निकली सवारी। कोरोना के चलते शॉर्ट रूट किया गया था। #Viral #ujjainnews #mahakaal #ViralVideo #TheSootr pic.twitter.com/x1aM9Gw2Iu
— TheSootr (@TheSootr) July 18, 2022
शाम 4 बजे निकली शाही सवारी
महाकाल मंदिर से शाम 4 बजे बाबा महाकाल की शाही सवारी निकली। बाबा महाकाल के लिए रेड कारपेट बिछाया गया था। शाही सवारी महाकाल घाटी, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी से होते हुए शिप्रा के तट पर पहुंची, जहां बाबा महाकाल का जलाभिषेक हुआ। करीब दो साल बाद बाबा महाकाल की शाही सवारी में भक्त शामिल हुए। कोरोना काल में महाकाल की शाही सवारी निकली तो थी लेकिन उसमें भक्तों को प्रवेश नहीं दिया गया था।
महाकाल के दरबार में भक्तों का तांता
सावन के पहले सोमवार को महाकाल के दर्शन करने के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। रात को 12 बजे से ही लोग लाइन में आकर खड़े हो गए थे। 2.30 बजे से ही मंदिर के पट खुल गए थे। 3 बजे महाकाल का पंचामृत से अभिषेक किया गया। भस्म आरती के बाद भांग और सूखे मेवे से श्रृंगार किया गया। बाबा महाकाल की शाही सवारी शाम 4 बजे निकली। बाबा महाकाल की दूसरी सवारी 25 जुलाई को, तीसरी 1 अगस्त को, चौथी 8 अगस्त को, पांचवीं 15 अगस्त को और शाही सवारी 22 अगस्त को निकलेगी।