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Bhopal. चुनाव से पहले बिजली गुल यानी सरकार की सिट्टीपिट्टी गुम। मध्यप्रदेश में भी कुछ यही हाल है, जहां लगातार बिजली संकट गहरा रहा है। इस गहराते संकट के बीच भीषण गर्मी लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनी हुई है। मध्यप्रदेश चुनाव के मुहाने पर खड़े हैं। स्थानीय चुनाव में भी बीजेपी को लोगों की नाराजगी का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। कांग्रेस चाहती तो इस मुद्दे पर जनता का भरोसा जीत सकती थी। सरकार की रातों की नींद उड़ा सकती थी। लेकिन सरकार से सुस्त तो कांग्रेस नजर आ रही है। इसका विरोध प्रदर्शन या छुटपुट जगहों पर हो रहा है या फिर सोशल मीडिया तक सिमटा हुआ है, जो भीषण गर्मी सरकार के पसीने छुटा सकती है। फिलहाल कांग्रेस में उस गर्मी का डर ज्यादा दिखाई दे रहा है। क्या इसलिए कांग्रेस और उसके नुमाइंदे अघोषित बिजली कटौती और कोयला संकट पर मोर्चा खोलने से पीछे हट रहे हैं।