सुनील शर्मा, Bhind. पंचायत और नगरीय निकाय चुनावों (urban body elections) में वोटरों को लुभाने और अपने पक्ष में मतदान कराने के लिए कई प्रत्याशियों द्वारा शराब बांटी जा रही है। क्षेत्र में ये प्रचलन बीते कई सालों से आम रहा है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए भिंड पुलिस (bhind police) लगातार मुखबिरों के माध्यम से सक्रिय रहती है। मुखबिर के जरिए मिहोना थाना (Mihona Police Station) प्रभारी बरुण तिवारी (Barun Tiwari) को सूचना मिली कि दो लोडिंग वाहन में शराब की एक बड़ी खेप ले जाई जा रही है। मुखबिर की सटीक सूचना पर मिहोना थाना पुलिस ने राजघाट की पुलिया पर घेराबंदी की और सामने से आ रही दो लोडिंग गाड़ियों की तलाशी ली। इन गाड़ियों में शराब की 440 पेटियां मिली। इनकी बाजारू कीमत करीब 15 लाख रुपए से ज्यादा है। पुलिस ने दोनों ड्राइवरों से शराब के बारे में जानकारी मांगी, लेकिन वे बता नहीं पाए। पुलिस दोनों वाहन चालक रविंद्र यादव और सागर सिंह बघेल को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
अवैध रूप से चुनाव में खपाने की योजना
इतनी बड़ी तादाद में शराब कहां खपानी थी, अभी इसकी भी जानकारी नहीं मिल पाई है। पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि ये शराब भिंड के शासकीय वेयरहाउस की है क्योंकि उस शराब की पेटियों पर यहां का लेबल लगा है। वह किसी शराब ठेकेदार द्वारा ही ली गई है और उसको ठेके पर ना ले जाते हुए अवैध रूप से पंचायत चुनाव में खपाई खपाने का प्रयास किया जा रहा था।
पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। अन्य आरोपियों को जल्द पकड़ने का दावा कर रही है। पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई में भिंड जिले का आबकारी महकमा (Excise Department) भी सवालों के घेरे में है कि आखिर बिना परमिट के शराब की इतनी बड़ी खेप कैसे भिंड के सरकारी वेयरहाउस से निकलकर मिहोना तक पहुंच गई।