सुनील शर्मा, BHIND. राजनीति में नेताओं के बयान और ऐक्शन हमेशा ही चर्चा का विषय रहते हैं, खासकर मध्य प्रदेश में बीजेपी नेताओं का व्यवहार तो मानो अलग ही स्तर पर पहुंच चुका है, कुछ दिन पहले भिंड के मेहगांव से विधायक और प्रदेश के राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया ने जातिवाद को लेकर सार्वजनिक मंच से विवादित बयान दिया था। तो वहीं अब मेहगांव जनपद पंचायत उपाध्यक्ष बीजेपी नेता शैलेंद्र सिंह भदौरिया ने नव नियुक्त बीजेपी के जिला अध्यक्ष देवेंद्र सिंह नरवरिया का अपमान किया। इसकी तस्वीरें वायरल हुई हैं, वीडियो में जनपद पंचायत उपाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह, जिला अध्यक्ष देवेंद्र सिंह का पोस्टर तोड़कर उस पर पेशाब करते नजर आ रहे हैं। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने शैलेंद्र सिंह भदौरिया को पार्टी की सदस्यता से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
बीजेपी आलाकमान ने हाल ही में फेर बदल करते हुए देवेंद्र सिंह नरवरिया को भिंड जिले का अध्यक्ष बनाया था, बुधवार को उनका पहली बार जिले में आगमन हुआ था। मालनपुर, गोहद, मेहगांव समेत रास्ते में कई जगहों पर उनका स्वागत हुआ, लेकिन देर रात मेहंगाव जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह भदौरिया ने बीजेपी जिला अध्यक्ष का अपमान किया है। इसकी तस्वीरें कैमरे में कैद हुईं है। एक वीडियो में वे टोल प्लाजा पर अपनी कार से उतरे दिखे, जिसके बाद उन्होंने बीजेपी के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष के लगे हुए स्वागत बैनर को पहले तोड़ दिया और फिर जमीन पर फेंक दिया। शैलेंद्र सिंह भदौरिया यहीं नहीं रुके उन्होंने बैनर को जमीन पर फेंकने के बाद उस पर टॉयलेट किया। इस अपमान के पीछे की वजह जातिवादी टीस है या गुटबाजी कहना मुश्किल है। लेकिन उनकी ये हरकतें टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी कैमरों में जरूर कैद हो गईं जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहीं हैं।
मामले में भदौरिया ने दी सफाई
मामले को लेकर जब जनपद पंचायत उपाध्यक्ष भदौरिया से फोन पर बातचीत की गई तो उन्होंने सफाई पेश की। उन्होंने कहा कि उनकी गाड़ी बैनर से टकरा गई थी इसलिए उन्होंने सिर्फ बैनर को उठाकर अलग रख दिया था, अब नेता जी का बयान कुछ भी बोले लेकिन सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई तस्वीरें उनके बयान की हकीकत खुद जाहिर कर रही हैं। बता दें जनपद उपाध्यक्ष भदौरिया इस तरह सुर्खियों में आने वाले पहले नेता नहीं है, इससे पहले राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया ने क्षत्रिय समाज के दशहरा मिलन समारोह में सार्वजनिक मंच से कहा था कि चंबल में राजनीतिक दृष्टि से क्षत्रिय समाज का कब्जा बढ़ा है। उन्होंने दूसरी जातियों पर क्षत्रिय समाज को दबाकर रखने के आरोप भी लगाए थे।
बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता भी दे चुके हैं विवादित बयान
बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष चौ. मुकेश सिंह चतुर्वेदी ने भी दशहरे के दिन लहार नगर में कार्यक्रम के दौरान जनता के बीच बिना नाम लिए नेता प्रतिपक्ष को लेकर टिप्पणी की थी उन्होंने कहा था हर बार कोशिश करते हैं लेकिन रावण मरता ही नहीं है, वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष के ससुर, जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी के वरिष्ठ नेता केपी सिंह का भी एक वीडियो पंचायत चुनाव के बाद वायरल हुआ था, जिसमें वे चुनाव के दौरान तत्कालीन कलेक्टर को बुलाकर बेईमानी कर जीत दिलाने की बात सार्वजनिक मंच से कहते नजर आए थे।