भिंड में पुलिस और खाद्य विभाग की टीम ने नकली दूध बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है। मेहगांव में एक में नकली दूध की फैक्ट्री चल रही थी। रविवार को छापेमारी के दौरान टीम को यहां से शैंपू, रिफाइंड और अन्य केमिकल मिले हैं जिनसे नकली दूध बनाया जा रहा था। टीम के आने की खबर लगते ही डेयरी संचालक के लोगों ने दरवाजा बंद कर लिया और मिलावटी दूध और उसमें मिलाने वाला केमिकल नाली में बहा दिया। पुलिस ने सैंपल लेकर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है।
नाली में फेंका मिलावटी दूध
मेहगांव थानाक्षेत्र के ग्राम रवियापुरा में देवनारायण पुत्र मुन्ना सिंह नरवरिया के घर पर टीम ने छापा मारा था। एक साल पहले भी यहां कार्रवाई की गई थी तब डेयरी मालिक भाग गया था। रविवार को छापेमारी की खबर लगते ही नरवरिया को लोगों ने दरवाजा खोलने से पहले मिलावटी दूध और केमिकल को नाली में बहा दिया। फूड अफसरों ने खिड़की से मिलावटी दूध (माल्ट्रोडेक्सट्रिन पाउडर, हाइड्रोजन, कच्चा पाम ऑयल, रिफाइंड, शैंपू, एथेनॉल) का घोल फेंके जाने के वीडियो भी बना लिए।
छापेमारी में घातक केमिकल मिला
फूड अफसरों को मौके से दो कैन में 40-40 किलो दूध मिला। वहीं, एक बड़े बर्तन में तैयार घोल भी मिला। अफसरों ने मौके पर मिले दूध समेत अन्य सामग्री जैसे रिफाइंड के सैंपल लिए हैं। इसके बाद धोखाधड़ी की धारा में मेहगांव थाना में केस दर्ज करा दी। फूड सेफ्टी विभाग ने मिलावट खोरों पर शिकंजा कसते हुए सितंबर से नवंबर तक 61 नमूने घी, मावा, पनीर, दूध के लिए हैं। इसके अलावा, सितंबर महीने में दो FIR, अक्टूबर में छह और नवंबर में अब तक तीन केस दर्ज कराए जा चुके हैं।