/sootr/media/post_banners/e90575213b6b58d3234b94ec409d4ba151c53de4f482b883d89c059b5ac18336.jpeg)
Bhopal. मध्य प्रदेश में डूब की चपेट में आने की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रहीं हैं। शहर के तीन परिवारों में उस समय मातम छा गया जब उन्होंने कैरवा डैम में डूबने से अपने बेटों की मौत की खबर सुनी। सूचना मिलते ही गोताखोर, पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। गोताखोरों ने केरवा डैम में रेस्क्यू करते हुए तीनों के शव पानी से बाहर निकाल लिए हैं। चार दोस्त नहाने के लिए केरवा डैम पहुंचे थे। एक दोस्त नहाने के लिए मौत के कुएं में गया, जो डूबने लगा। उसे बचाने के लिए दूसरा दोस्त गया, वह भी डूबने लगा। तीसरे दोस्त ने भी बचाने के लिए छलांग लगा दी। तीनों दोस्त डूब गए।
यह है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक राजधानी भोपाल के केरवा डैम में 14 अप्रैल को तीन बच्चों के डूबने की सूचना पुलिस को मिली है। इसके बाद रातीबड़ पुलिस (Police) मौके पर पहुंची और तीन बच्चों के शव निकाले हैं, तीनों के शव मिलने से वहां हड़कंप मच गया है। टीआई सुधेश तिवारी ने बताया कि डैम के पास मौत के कुंए के समीप तीन छात्रों के डूबने की सूचना मिली थी। गोताखोरों और अन्य लोगों की मदद से तीनों को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। मृतकों की पहचान शिवाजी नगर निवासी 17 वर्षीय मोहित पिता समयलाल सोंधिया, एमपी नगर जैन मंदिर परिसर निवासी 18 वर्षीय निशांत जैन और 16 वर्षीय शुभम पिता संतोष अधिकारी के रूप में हुई।
तीनों थे अच्छे दोस्त
किनारे पर बैठे ऋषि वर्मा को तैरना नहीं आता था इसलिए वो दोस्तों को बचाने के लिए पानी में नहीं उतरा। दोस्तों को डूबता देख वो घबराया और मदद के लिए चिल्लाने लगा। मोहित, शुभम, निशांत 11वीं कक्षा के छात्र थे। तीनों ओल्ड कैंपियन ग्राउंड में साथ ही हॉकी खेलने जाते थे। मोहित का भाई अपनी स्कूटी घर पर ही छोड़कर काम पर गया था। दोपहर में उसी स्कूटी से सभी दोस्त नहाने के लिए कैरवा डैम पहुंच गए। शुभम के पिता संतोष एक निजी कंपनी में ड्रायवरी करते हैं। शुभम और मोहित आमने सामने रहते थे। संतोष की दो बेटी और इकलौता बेटा था शुभम, जो अब नहीं रहा।