BHOPAL. मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती इन दिनों शराबबंदी को लेकर आंदोलन छेड़े हुए हैं। 2 अक्टूबर को उमा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में एक मंच पर आए थे, जिसमें सीएम ने ऐलान किया कि शराबबंदी को लेकर सरकार पूरा सहयोग करेगी। लेकिन लगता है कि उमा एक अलग ही और अकेले लड़ाई लड़ने के मूड में हैं। शिवराज के ऐलान के 15 दिन बाद यानी 17 अक्टूबर की शाम भोपाल के अयोध्या बाइपास इलाके पहुंचीं। यहां उन्होंने एक शराब दुकान के सामने लोगों के साथ विरोध जताया। शराब अहाते का पोस्टर और दुकान के लिए लगा हरा पर्दा हटवा दिया। यही नहीं, उमा ने शराब दुकान मैनेजर से पूछा कि शराब पीते या पिलवाते हो। उमा ने बताया कि शराब दुकान ठीक मंदिर के सामने है। उन्होंने मैनेजर से दुकान बंद करने की कसम भी खिलवाई। उमा ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अहाता बंद नहीं हुआ तो लॉ एंड ऑर्डर बिगाड़ दूंगी।
2 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराज ने क्या कहा?
दीदी, आप प्रेरणा हो। आपने इस अभियान को शुरू किया। आपने समाज को जगाने का संकल्प लिया। आज आपके भाई के रूप में मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम सरकार की तरफ से समाज को नशामुक्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। जी-जान लगा देंगे।
17 अक्टूबर को उमा का फिर आंदोलन
उमा भोपाल के अयोध्या बाइपास इलाके में पहुंचीं। लोगों से अहाते का बैनर हटवाया और पर्दा हटवाया। प्रदर्शनकारी लोगों ने शराब दुकान ना खोले जाने की चेतावनी दी। उमा बोलीं कि यहां आंदोलन करके हम बिल्कुल जायज काम कर रहे हैं। उमा ने शराब दुकान के मैनेजर से पूछा कि शराब पीते हो?? लोगों ने कहा कि पिलवाते हैं। आप आज से मेरे साथ शराबबंदी में रहेंगे और आंदोलन में भागीदारी करेंगे। ...देखिए, बच्चे अनाथ हो गए हैं, आप अपने गले की चेन बेचकर घर चलाइए। ऐसा मत करिए। आपकी (दुकान मैनेजर) मां-बहन के साथ कोई अभद्र व्यवहार कर देगा। यहां हनुमान जी के सामने खड़े हो।
उमा ने शराब दुकान के मामले में प्रशासन को कन्फ्यूज बताया। उन्होंने कहा कि यहां दुर्गा जी और पंचमुखी हनुमान जी का मंदिर है। ठीक इसके सामने शराब दुकान और अहाता है। इसके बारे में सरकार से मेरी लगातार बात हुई है। मैंने ये भी पूछा कि नियम क्या हैं? एक ने कहा कि मंदिर से 50 मीटर की दूरी पर शराब दुकान होनी चाहिए तो दूसरे ने कहा कि मंदिर से 500 मीटर पर शराब दुकान हो। मुझे लगा कि शासन यानी मुख्यमंत्री जी को क्लीयर है कि मंदिर के पास शराब दुकान नहीं होना चाहिए। लेकिन प्रशासन कन्फ्यूज है।
वीडियो देखें -