Bhopal: राजधानी भोपाल के प्रमुख अस्पतालों में से एक हमीदिया अस्पताल अक्सर सुर्खियों में रहता है। इस बार अधीक्षक डॉ. दीपक मरावी पर 50 से ज्यादा नर्सों ने अश्लीलता का गंभीर आरोप लगाया है। नर्सों के मुताबिक डॉ. मरावी रात के वक्त शराब के नशे में हाफ पेंट पहनकर उनके चेंजिंग रूम में बिना दरवाजा खटखटाए घुस आते हैं और अश्लील हरकत करते हैं।
पीड़ित नर्सों ने लिखित शिकायत चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मंत्री सारंग ने संभाग कमिश्नर गुलशन बामरा को जांच के आदेश दे दिए हैं। 10 दिन में जांच पूरी करने को कहा गया है। मामले में जब डॉ. मरावी से बात की गई तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि मैं अभी बहुत व्यस्त हूं। थोड़ी देर के बाद बात करूंगा।
दुष्कर्म का किया प्रयास
डॉ. मरावी कभी सीएल सेंशन के बहाने तो कभी छुट्टी से लौटने पर ज्वाइनिंग के पहले उपस्थित होने के बहाने चैंबर में बुलाकर गंदी बातें करते हैं। वे हमें छूते हैं और मिलने के लिए मजबूर करते हैं। उन्होंने 30 मई 2022 को एक नर्स को ऑफिस के बगल वाले कमरे में बुलाकर छेड़छाड़ की और बलात्कार की कोशिश की।
नर्स ने विरोध किया तो धमकाया। कहा- ‘मेरा कुछ नहीं होने वाला, क्योंकि मुझे मुख्यमंत्री ने अधीक्षक बनाया है। मैं तेरी नौकरी खा जाऊंगा और कहीं जीने लायक नहीं छोड़ूंगा।’ आवेदन की हमीदिया या फिर जीएमसी के बाहर के अधिकारियों से निष्पक्ष जांच कराई जाए। (नर्सों ने अपने आवेदन में लिखा)
पहले भी कई आरोप लगे
- डिग्री मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया में रजिस्टर्ड नहीं होने के बावजूद रेगुलर होने का मामला तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा (राज्य मंत्री) शरद जैन तक पहुंचा। तब मरावी की सहायक प्राध्यापक ग्रेड 2 पर हुई नियुक्ति की जांच के आदेश दिए गए।