Bhopal. मध्य प्रदेश के भोपाल से सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नूपुर शर्मा के बयान के बाद नमाज के भड़की हिंसा और प्रदर्शन पर बयान दिया। प्रज्ञा ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि जिस पूजा पद्धति में लोगों पर टूट पड़ने को कहा जाए, उसे श्रेष्ठ नहीं कहा जा सकता। इससे पहले उन्होंने नूपुर के बयान का समर्थन भी किया था। नूपुर ने एक टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी कर दी थी, इसके बाद देशभर में बवाल हो गया। नूपुर को 5 जून को बीजेपी ने पार्टी से निलंबित भी कर दिया।
#मस्जिदों में नमाज पढ़कर बाहर निकलने के बाद हिंसा करना ठीक नहीं: सांसद @SadhviPragya_MP @BJP4MP @BJP4India @aimim_national @vdsharmabjp @INCMP @INCIndia @JPNadda#bjp #madhyapradesh #mandir #masjid #thesootr pic.twitter.com/ViENESnixM
— TheSootr (@TheSootr) June 11, 2022
इन 5 मुद्दों पर बोलीं प्रज्ञा
1. समाज पर टूट पड़ो, ये मानवीयता नहीं
हम लोग मंदिर जाते हैं, गुरुद्वारे जाते हैं, वहां पूजन करते हैं, जब वापस आते हैं तो मन में शांति-प्रसन्नता होती है। मन आनंदमय होता है। आप लोग भी देख रहे होंगे कि जब मस्जिद से निकलते हैं तो वो लोग आक्रामक हो जाते हैं। वो पूजा पद्धति श्रेष्ठ नहीं मानी जाती कि जहां इस तरह के विचार दिए जाएं कि आप इस पूजास्थल से निकलो और समाज पर टूट पड़ो। ये मानवीयता, सहिष्णुता, दया नहीं है। जो सनातन धर्म में है, उसमें मानवीयता है।
2. सनातन धर्म में सभी का सम्मान
सनातन धर्म इसलिए श्रेष्ठ है, क्योंकि पूरा विश्व उसका अनुगामी होता है। भारत में सभी धर्मों का सम्मान होता है। सनातन धर्म ने कभी भी किसी भी पूजा पद्धति का अपमान नहीं किया। लेकिन कुछ लोगों को अन्य लोगों के मत, पंथ और देवी-देवताओं का अपमान करने में अच्छा लगता है तो वे श्रेष्ठ नहीं हो सकते।
3. लोकतंत्र का सम्मान जरूरी
भारत लोकतंत्रात्मक देश है। सभी को अपनी-अपनी पूजा करने का अधिकार है। ये लोग जिस प्रकार से दंगे फैलाते हैं, ये मानवीयता के लिए बिल्कुल ठीक नहीं है। लोकतंत्र का सभी को सम्मान करना चाहिए और उन्हें करना पड़ेगा।
4. अपराधियों को सजा मिलना तय
इस बात पर कि हालात कैसे सुधरेंगे, प्रज्ञा ने कहा कि हालात शासन सुधार देगा। जो अपराधी हैं, उन्हें सजा मिलना सुनिश्चित है। जो अच्छे से जीवनयापन कर रहे हैं, उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में पुरस्कृत किया जाता है। बीजेपी की सरकार में सबके साथ न्याय होगा।
5. नूपुर शर्मा विवाद पर
बहुत सारे विषयों का जवाब नहीं होता। बहुत सारे विषय समझने के लिए होते हैं। उन सब विषयों को समझकर संघ भी निर्णय लेता है और हम सबको भी निर्णय लेना चाहिए। जो अच्छा होता है, उसे करना चाहिए, जो गलत होता है, उसे नकारना चाहिए।
नूपुर शर्मा पर पहले ये बोलीं थी प्रज्ञा
प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने 10 जून को ट्विटर पर नूपुर शर्मा के समर्थन में लिखा था, ‘सच कहना अगर बगावत है, तो समझो हम भी बागी हैं. जय सनातन, जय हिंदुत्व...'। प्रज्ञा ने आगे लिखा- हमें भी तकलीफ होती है साहब जब लोग हमारे देव को फव्वारा कहते हैं।’